फरीदाबाद को फिर मिलेगा ‘सांस्कृतिक शहर’ का दर्जा
-ओपन एयर थिएटर और सांस्कृतिक गतिविधियों की वापसी कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल
-फरीदाबाद में हरित-सांस्कृतिक नवजागरण की शुरुआत
समाचार गेट/संजय शर्मा
फरीदाबाद। शहर में अब हरियाली, सौंदर्यीकरण और नागरिक सहभागिता को बढ़ावा देने हेतु नगर निगम और स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा एक बड़े स्तर पर आज हरित अभियान की शुरुआत की गई है। यह जानकारी देते हुए कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने सेंट्रल पार्क, आरडब्ल्यूए सेक्टर-14 में नगर निगम फरीदाबाद द्वारा आयोजित शीतकालीन फूल वितरण समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। उनके साथ नगर निगम कमिश्नर धीरेन्द्र खड़गटा और मेयर प्रवीण जोशी भी मौजूद रहे।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि फरीदाबाद एक समय सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और जीवंत शहर हुआ करता था, लेकिन औद्योगिक विस्तार के बीच उसकी सांस्कृतिक पहचान कहीं दब गई। इस दिशा में अब नगर निगम और प्रशासन मिलकर ओपन-एयर थिएटर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्विज, पार्क-आधारित गतिविधियों जैसे आयोजनों के माध्यम से शहर की सांस्कृतिक धारा को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने इस पहल को फरीदाबाद को एक बार फिर हैपनिंग सिटी, स्वस्थ शहर और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि जब शहर का पर्यावरण सुधरता है, तो नागरिकों की मेंटालिटी और मानसिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
प्रदेश के मुख्य मंत्री नायब सिंह के निर्देशानुसार शहर के सभी सेक्टरों में पार्क प्रतियोगिता करवाने की घोषणा की गई है, जिसके अंतर्गत जिस सेक्टर का पार्क सर्वाधिक सुंदर होगा, उसे ₹1 लाख का पुरस्कार तथा मुख्यमंत्री एवं प्रशासन की ओर से प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। प्रतियोगिता की विस्तृत रूपरेखा जल्द ही जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि शहर के छोटे-छोटे 1000 से 2000 गज क्षेत्रफल वाले लेफ्ट-आउट क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां 500 सिटी फॉरेस्ट विकसित किए जाएंगे, जो आने वाले वर्षों में फरीदाबाद के “ऑक्सीजन चैंबर” के रूप में कार्य करेंगे। इनमें से 15 सिटी फॉरेस्ट पहले ही विकसित किए जा चुके हैं, जो भविष्य में शहर के ऑक्सीजन चैंबर के रूप में कार्य करेंगे।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि आज मेयर प्रवीण जोशी का यह इनिशिएटिव है और बहुत अच्छे तरीके से किस तरीके से एक हैप्पी जो फीलिंग्स है, वो जनता के अंदर लाई जाए तो उस टाइप जीता जागता नमूना आज यहां पर देखने को आपने मिला। 17 करोड़ सैंपलिंग पौधे की पौध तैयार की गयी है। हर गार्डन के साथ-साथ हर घर की बालकनी के अंदर, हर घर के आंगन के अंदर ये पौधे खिले, ऐसा प्रयास है। उन्होंने कहा कि आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों, पार्षदों, नगर निगम अधिकारियों तथा विभिन्न एनजीओ सबको सम्मिलित करके आज इसकी शुरुआत की गई है और पूरे फरीदाबाद में अगले 1 महीने के अंदर जगह-जगह पर छोटे बड़े रंग-बिरंगे जो फूल जो सर्दियों के अंदर बहुत खास बहुत खुशनुमा फीलिंग देते हैं। वो सब लगकर तैयार हो जाएंगे और फरीदाबाद को स्वच्छ फरीदाबाद, स्वस्थ फरीदाबाद बनाने के साथ-साथ एक खूबसूरत फरीदाबाद की ये मुहिम है। इससे बहुत बड़ा प्रभाव लोगों के अंदर आएगा।
कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि फरीदाबाद एक समय सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और जीवंत शहर हुआ करता था, लेकिन औद्योगिक विस्तार के बीच उसकी सांस्कृतिक पहचान कहीं दब गई। इस दिशा में अब नगर निगम और प्रशासन मिलकर ओपन-एयर थिएटर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, क्विज, पार्क-आधारित गतिविधियों जैसे आयोजनों के माध्यम से शहर की सांस्कृतिक धारा को पुनर्जीवित करने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने इस पहल को फरीदाबाद को एक बार फिर हैपनिंग सिटी, स्वस्थ शहर और स्वच्छ शहर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि जब शहर का पर्यावरण सुधरता है, तो नागरिकों की मेंटालिटी और मानसिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कार्यक्रम में शहर के अनेक प्रतिनिधियों की मौजूदगी, इस अवसर पर पार्षद मुकेश अग्रवाल, सचिन शर्मा, कुलदीप साहनी, दिलीप वर्मा, आशु वर्मा, नरेश शर्मा, पंकज गर्ग, जी.एस. रावत, नीरज चावला सहित अनेक सामाजिक प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित रहे।
फरीदाबाद आज न केवल हरियाली का उत्सव मना रहा है, बल्कि अपनी सांस्कृतिक आत्मा को पुनर्जीवित करने की निर्णायक यात्रा भी शुरू कर चुका है। यह ऐतिहासिक पहल शहर को स्वच्छ, सुंदर, संस्कृतिक और प्रगतिशील फरीदाबाद की दिशा में एक मजबूत आधार प्रदान करेगी।
