नाजिम आजाद बने मेवात जिले के एफएलएन कोऑर्डिनेटर

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-मेवात का शिक्षा स्तर सुधारने के लिए करेंगे प्रयास
City24News/अनिल मोहनिया

नूंह | मेवात के शिक्षा जगत में एक बड़ा और ऐतिहासिक बदलाव हुआ है। लंबे समय से शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में दिन-रात जुटे रहने वाले नाजिम आजाद को जिला फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी (एफएलएन) कोऑर्डिनेटर नियुक्त किया गया है। सबसे खास बात यह है कि मेवात के इतिहास में पहली बार स्थानिय व्यकित को इस प्रकार एफएलएन कोऑर्डिनेटर कार्य करेंगे। शिक्षा विभाग का यह कदम जिले में प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता को नई ऊँचाई देने की मजबूत पहल माना जा रहा है। मूलतः मेवात के ही गांव से ताल्लुक रखने वाले नाजिम आजाद इस क्षेत्र की हर समस्या को करीब से जानते हैं। अपनी नियुक्ति पर उन्होंने कहा, “यह मेरे लिए सिर्फ पद नहीं, बल्कि अपने क्षेत्र की शिक्षा को बदलने का बड़ा मौका है। मैं यहाँ पैदा हुआ, यहीं पढ़ा और यहीं की तकलीफें देखी हैं। अब सरकार की हर योजना को जमीन पर उतारने, शिक्षकों को बेहतर ट्रेनिंग देने और हर कक्षा की सतत मॉनिटरिंग करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा।” समाज की कुरीतियों के खिलाफ भी नाजिम हमेशा मुखर रहे हैं। वे हजारों बच्चों को मुफ्त करियर काउंसलिंग देकर उनके सपनों को पंख दे रहे हैं। उनके कार्यों की सराहना में राह ग्रुप फाउंडेशन ने उन्हें ‘ग्लोबल रोल मॉडल अवार्ड’ से भी नवाजा है। प्रदेश और जिला स्तर पर भी कई सम्मान उन्हें मिल चुके हैं।

प्रेरणादायक रहा है नाजिम आजाद का सफर:-

नाजिम आजाद का सफर प्रेरणा देने वाला है। कक्षा 11वीं के बाद से ही उन्होंने स्कूल छोड़ चुके और कभी स्कूल न आए बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया था। 2006 में शिक्षा विभाग से जुड़ने के बाद उन्होंने मेवात में शिक्षा को जन आंदोलन बना दिया। उनके प्रयासों से ड्रॉपआउट दर में भारी गिरावट आई है।

नाजिम आजाद के अभियानों पर एक नजर:-

मिशन तालीम (2014) – 19 गांवों में शिक्षा जागरूकता अभियान।

जीरो ड्रॉप आउट मिशन (2019)- नामकरण और क्रियान्वयन में अग्रणी भूमिका।

मोहल्ला पाठशाला (2020) – मॉडल की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा।

जॉयफुल एग्जाम कैंपेन (2022)- परीक्षा के भय से मुक्त कराने का अभियान।

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