राष्ट्र निर्माण में शिक्षित युवाओं की अहम भूमिका- उपायुक्त अखिल पिलानी
– जिला स्तरीय यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर का हुआ सफल समापन
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | शहीद लेफ्टिनेंट किरण शेखावत राजकीय महिला महाविद्यालय सालाहेड़ी में जिला रेडक्रॉस सोसायटी नूंह की ओर से आयोजित पांच दिवसीय जिला स्तरीय यूथ रेडक्रॉस प्रशिक्षण शिविर का समापन आज गरिमामय एवं उत्साहपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
उपायुक्त एवं जिला रेडक्रॉस सोसायटी नूंह के अध्यक्ष अखिल पिलानी ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
उपायुक्त ने इस अवसर पर युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण शिविर में कराई जाने वाली सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शिक्षित एवं जागरूक युवा ही किसी राष्ट्र को विकसित बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने युवाओं को मानवता, सेवाभाव, आपदा प्रबंधन व सामाजिक जागरुकता की भावना को जीवन में अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस शिविर के दौरान युवाओं को विशेषज्ञ प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें आपदा प्रबंधन, स्वैच्छिक रक्तदान, सीपीआर एवं बेसिक लाइफ सपोर्ट तकनीक, एचआईवी/एड्स जागरुकता, नशा मुक्ति, आगजनी की स्थिति में सुरक्षा व प्राथमिक अग्निशमन, संतुलित आहार एवं स्वास्थ्य जागरुकता आदि शामिल थे।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश सिंह मलिक ने प्रशिक्षित युवाओं की टीम के साथ सीपीआर तकनीक का प्रयोगात्मक प्रदर्शन कराया, जिसे मुख्य अतिथि ने ध्यानपूर्वक देखा और उसकी सराहना की।
इस अवसर पर महेश गुप्ता, सचिव, जिला रेडक्रॉस सोसायटी नूंह ने मुख्य अतिथि का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।
इस अवसर पर कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल तेजपाल ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद व्यक्त किया।
उन्होंने शिविर के सफल आयोजन में योगदान देने वाले सभी अधिकारियों, डॉक्टरों, प्रशिक्षकों और सहयोगियों का विशेष आभार किया, जिनमें डॉ. सुजाता, डॉ. प्रीति, डॉ. प्रवीण कुमार, डॉ. सोनिका दागी, डॉ. स्वाति यादव, डॉ. संजय कुमार, मनिंदर सिंह, जयदेव मलिक (सह फायर अधिकारी), आकिल खान, आकाश, नरेश कुमार, अक्षय, रामलाल शामिल रहे।
समापन समारोह में सभी प्रतिभागियों, प्रशिक्षकों और स्वयंसेवकों को प्रमाणपत्र वितरित किए गए तथा उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल आयोजन युवाओं में सेवा, जागरुकता व आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने की क्षमता विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।
