साइबर अपराध छोड़ने का आश्वासन, जमानत पर आए 55 से अधिक आरोपियों की पुलिस ने की काउंसलिंग, परिजन भी रहे मौजूद।
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह जिले में साइबर अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस की मुहिम तेज हो गई है। जेल से जमानत पर बाहर आए दो दर्जन से अधिक साइबर अपराध के आरोपियों की बुधवार को काउंसलिंग की गई। करीब दो घंटे से ज्यादा चली इस काउंसलिंग सेशन में आरोपियों के परिजन भी मौजूद रहे। युवाओं ने पुलिस को आश्वासन दिया कि अब वे साइबर फ्रॉड नहीं करेंगे।
जिला पुलिस साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। गिरफ्तारियां हो रही हैं, केस दर्ज हो रहे हैं और अब जेल से छूटकर बाहर आए अपराधियों की काउंसलिंग पर भी जोर दिया जा रहा है। पुलिस का दावा है कि इस प्रयास से अपराध में काफी हद तक कमी आई है। परिजनों को भी समझाया जा रहा है ताकि वे अपने बच्चों पर नजर रखें और उन्हें गलत रास्ते पर जाने से रोकें। जिला पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि साइबर अपराध पर नियंत्रण के लिए आमजन के सहयोग से आरोपियों को समझाने की मुहिम चलाई जा रही है । इसी कड़ी में थाना सदर पुन्हाना, मांडीखेड़ा, ट्रैफिक थाना और जिला पुलिस लाइन में काउंसलिंग सेंटर बनाए गए हैं। जमानत पर बाहर आए आरोपियों से संपर्क कर उन्हें समय-समय पर बुलाया जाता है। परिजनों को भी शामिल किया जाता है और पुलिस की निगरानी लगातार बनी रहती है। बुधवार को तीन अलग-अलग स्थानों पर 55 से अधिक युवाओं को बुलाकर साइबर अपराध के दुष्परिणामों के बारे में जागरूक किया गया। काउंसलिंग के बाद सभी युवाओं ने संकल्प लिया कि भविष्य में वे इस अपराध की ओर नहीं जाएंगे। परिजनों को भी अपराध के खतरों से अवगत कराया गया। पुलिस मेवात को साइबर हॉटस्पॉट चिन्हित गांवों के इस कलंक से मुक्त करना चाहती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि युवा खुद इस अपराध को छोड़ने में रुचि दिखा रहे हैं और पुलिस हरसंभव प्रयास कर रही है । इस मुहिम से अपराध में कमी आने की उम्मीद है।
