निपुण हरियाणा एप से कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की होगी विशेष आवश्यकता के लिए स्क्रीनिंग – डा. कुसुम मलिक
– अब हर बच्चा होगा निपुण, एप से होगी बच्चों की भाषा, गणितीय दक्षता, व्यवहारिक ज्ञान व समझ की जांच
City24News/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला एफएलएन समन्वयक डा. कुसुम मलिक ने बताया कि प्राथमिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार व प्रत्येक बच्चे के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए हरियाणा शिक्षा विभाग ने निपुण हरियाणा एप के माध्यम से एक नई डिजिटल पहल शुरू की है। इस पहल के अंतर्गत जिले के सभी 504 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा एक से पांच तक के बच्चों की सीखने की क्षमता, व्यवहार एवं मानसिक विकास का मूल्यांकन किया जाएगा। निपुण हरियाणा एप के माध्यम से बच्चों की शिक्षा के विभिन्न पहलुओं जैसे भाषा, गणितीय दक्षता, व्यवहारिक ज्ञान व समझ की जांच की जाएगी। इस एप का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर बच्चा अपनी कक्षा के अनुरूप शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करे और किसी भी स्तर पर पीछे न रहे।
डा. कुसुम मलिक ने बताया कि बताया कि इस योजना के तहत नूंह जिले के 504 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में स्क्रीनिंग की जाएगी। इस कार्य के लिए 2 हजार 98 शिक्षकों और 409 शिक्षा सहायकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जबकि 9 विशेष अध्यापकों को ऑफलाइन विशेष प्रशिक्षण दिया गया, ताकि वे एप के माध्यम से बच्चों की प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से अपलोड कर सकें। उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए विशेष प्रशिक्षण मॉड्यूल के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे की सीखने की गति, गतिविधियों और व्यवहार के आधार पर उसकी प्रगति का विश्लेषण किया जाएगा। इससे शिक्षकों को यह पता लगाने में मदद मिलेगी कि किन बच्चों को अतिरिक्त सहयोग और मार्गदर्शन की आवश्यकता है। इसके साथ ही विभाग द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक विद्यालय स्तर पर ऐसे बच्चों की पहचान की जाए, जिनमें किसी विशेष क्षेत्र में कमी या उत्कृष्टता दिखाई देती है। इन बच्चों को अलग-अलग श्रेणियों में बांटकर आवश्यक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे उनके समग्र विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग ने यह भी निर्णय लिया है कि आगामी 14 से 15 नवंबर तक सभी प्राथमिक विद्यालयों में सबका बाल दिवस- एक दिन बचपन के नाम के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर बच्चों के लिए विशेष शिक्षण-अधिगम गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इस दौरान हौसलों के रंग, सपनों की उड़ान, बूझो तो जाने, भरोसे के कदम, इशारों-इशारों में, जब अक्षर न दिखें साफ, सबके रंग-सबकी चमक प्रस्तुति जैसी विभिन्न रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बच्चों में आत्मविश्वास, सहयोग की भावना, संवाद कौशल एवं रचनात्मकता का विकास करना है। निपुण हरियाणा एप से बच्चों की सीखने की उपलब्धियों को ऑनलाइन रिकॉर्ड किया जाएगा, ताकि समय-समय पर विभाग द्वारा उनके स्तर के अनुसार सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें और राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का सबके लिए समान और समावेशी शिक्षा को धरातल पर लागू किया जा सके।
