पिछले साल भर से धरने पर बैठी डॉ मलिक का संघर्ष जारी

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हाई कोर्ट में 29 नवंबर को होगी सुनवाई
-केंद्रीय विवि जाट पाली में विधि विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में थी कार्यरत
-विवि प्रशासन ने नियुक्ति में गड़बड़ी बताकर साल भर पूर्व किया निलंबित
City24news/सुनील दीक्षित

कनीना | हरियाणा के एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय जाट पाली में कार्यरत विधि विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डाॅ मोनिका मलिक विवि में चल रही सियासत से सालभर बाद भी बाहर नहीं निकल सकी हैं। हाई कोर्ट के आदेश के बाद भी उन्हें पद पर बहाल नहीं किया गया ओर न ही उन्हें वेतन जारी किया गया है जिससे उनके आर्थिक हालात खराब हो गए हैं। वह अपने बेटे-बेटी की पढाई के लिए बमुश्किल फीस का जुगाड करने पर मजबूर है। विश्वविद्यालय प्रशासन का आरोप है कि मोनिका मलिक की नियुक्ति में गडबड़ी है। जिसके चलते उन्हें  निलंबित किया गया था। जबकि मोनिका मलिक ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर मनमानी और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। डाॅ मोनिका मलिक पिछले सालभर से अपनी बहाली की मांग को लेकर विवि परिसर ही धरने पर बैठी हैं। बीते 25 जुलाई को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने मामले की सुवाई करते हुए हरियाणा के केंद्रीय विश्वविद्यालय महेंद्रगढ़ द्वारा लॉ विभाग की प्रोफेसर मोनिका मलिक को हटाने के आदेश पर रोक लगा दी थी। उसके बावजूद उन्हें पद पर रिस्टोर नहीं किया जा रहा है।
बता दें कि वर्ष 2024 में विधि विभाग के डीन प्रदीप सिंह ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर श्रीमति मलिक की नियुक्ति में नियमों का पालन नहीं होना बताया गया था। प्रदीप का मानना था कि डाॅ राजेश मलिक ने अपने प्रभाव का उपयोग कर पत्नी को नौकरी दिलवाई है। प्रदीप की याचिका के बाद केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा ने मई 2025 में मामले की स्वयं जांच की। जिसमें विवि की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की बैठक में उनकी नियुक्ति में गड़बड़ी मानते हुए डाॅ मोनिका मलिक की सेवाएं समाप्त करने का आदेश जारी किया।  
मोनिका मलिक ने विवि के इस आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी। जुलाई 2025 को हाईकोर्ट नेउनकी सेवा समाप्ति आदेश पर रोक लगा दी। लेकिन उनकी सेवाएं बहाल नहीं की गई। इस बारे में डाॅ मोनिका ने बताया कि कई बार विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को पत्र लिखे हैं। जिनका विवि प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर 2025 को होनी है।
कनीना-केंद्रीय विवि जाट पाली में न्याय पाने के लिए धरने पर बैठी डाॅ मोनिका मलिक।

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