तीन दिवसीय तिरवाड़ा जलसे का समापन, मौलाना शाद ने रो-रोकर मांगी अमन-चैन की दुआएं

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-10 लाख से अधिक लोगों की मौजूदगी में दी नेक राह पर चलने की सीख
-मेवात की गंगा-जमुनी तहजीब ने सबका दिल जीता
City24news/अनिल मोहनिया

नूंह | हरियाणा के नूंह जिले के पुनहाना खंड के गांव तिरवाड़ा में आयोजित तीन दिवसीय इस्लामिक जलसे का सोमवार को शांतिपूर्ण समापन हो गया। इस्लामिक तबलीग के अंतरराष्ट्रीय प्रमुख हजरत मौलाना मोहम्मद शाद साहब ने अंतिम दुआ में रो-रोकर अल्लाह से मुल्क में अमन, भाईचारा और इंसाफ की दुआ मांगी। उन्होंने कहा कि इस्लाम मुसलमानों को नेकी, ईमानदारी और सच्चाई के रास्ते पर चलने का संदेश देता है। मौलाना शाद ने झूठ, ठगी, गीबत, ब्याज, फरेब और झगड़ों से तौबा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मुसलमान अपने बच्चों की दीनी व दुनियावी तालीम पर ध्यान दें और पड़ोसियों—चाहे किसी भी धर्म के हों—से अच्छे तालमेल और मोहब्बत से पेश आएं। हजरत मौलाना शाद साहब ने कहा कि “मेवातियों ने मोहब्बत और मेहमान नवाजी की जो मिसाल पेश की है, वह काबिले तारीफ है।” एक अनुमान के मुताबिक इस्लामिक जलसे में 10 लाख से अधिक लोगों ने शिरकत की।

जलसे की कामयाबी में नेताओं और कमेटी की अहम भूमिका

पूर्व मंत्री चौधरी रहीसा खान ने दिन-रात जलसे की व्यवस्था संभाली और आख़िरी वक्त तक प्रबंधन में जुटे रहे। भाजपा नेता चौधरी एजाज खान ने भी दिल खोलकर सहयोग दिया। इधर भाजपा नेता पूर्व मंत्री चौधरी आजाद मोहम्मद, हरियाणा वक्फबोर्ड के प्रशासक चौधरी जाकिर हुसैन, नूंह कांग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद, फिरोजपुर झिरका कांग्रेस विधायक चौधरी मामन खान, इनेलो नेता चौधरी ताहिर हुसैन, पूर्व प्रत्याशी चौधरी अख्तर हुसैन काटपुरी, वरिष्ठ नेता तैय्यब हुसैन घासेडिया, जेजेपी प्रदेश महासचिव हाजी जान मोहम्मद सहित कई जनप्रतिनिधि जलसे में मौजूद रहे। जलसा खत्म होने के बाद भी व्यवस्थाओं में जुटे रहे स्वयंसेवियों की सेवा प्रशंसनीय रही।

30 हजार स्वयंसेवकों की सेवा और मौलाना यहाया करीमी का धन्यवाद

जलसा इंतजाम कमेटी के लगभग 30 हजार स्वयंसेवकों ने दिन-रात मेहनत कर इस विशाल आयोजन को सफल बनाया। आयोजन समिति के मुखिया मौलाना यहाया करीमी ने सभी स्वयंसेवकों, प्रशासनिक सहयोगियों और मेवात के लोगों का विशेष धन्यवाद व्यक्त किया।

भाईचारे की मिसाल: हिंदू व्यापारी ने खिलाई वेज बिरयानी

इस बार जलसे में हिंदू-मुस्लिम एकता की अनूठी झलक देखने को मिली।

स्थानीय व्यापारी राजेश गर्ग (लाल जी) ने पूरे आयोजन के दौरान श्रद्धालुओं के लिए वेज बिरयानी की निःशुल्क व्यवस्था की। उन्होंने बताया कि रोजाना 100 बड़े पतीलों में बिरयानी तैयार की जाती है और हजारों लोगों को प्रेमपूर्वक परोसी जाती है। राजेश गर्ग ने कहा कि “मेवात की मिट्टी मोहब्बत से महकती है। यहां धर्म नहीं, दिलों का रिश्ता चलता है। बिरयानी सेवा उसी का प्रतीक है।” मेवातियों की ओर से लाल जी का हार्दिक आभार व्यक्त किया गया।

‘मोहब्बत की चाय’ से मिला एकता का संदेश

बामसेफ फाउंडेशन की ओर से लगाया गया “मोहब्बत की चाय” स्टॉल जलसे की पहचान बन गया।

संस्था सदस्यों ने मुफ्त चाय पिलाते “नफरत छोड़ो, मोहब्बत बांटो का संदेश दिया।” हर धर्म और तबके के लोग इस स्टॉल पर एक साथ बैठकर चाय की चुस्कियों के साथ शांति, एकता और सद्भाव का संदेश साझा करते दिखे। मेवातियों की ओर से एडवोकेट समयसिंह सलंबा और उनकी टीम का विशेष आभार व्यक्त किया गया।

हिंदू धर्म के देवदत्त शर्मा की मुफ्त चाय सेवा ने दिल जीता

गांव के देवदत्त शर्मा ने अपने स्तर पर मुफ्त चाय स्टॉल लगाया, जिससे हजारों लोगों ने सेवा का लाभ उठाया।

उनकी सेवा भावना ने जलसे में आए श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया और एक बार फिर मेवात की गंगा-जमुनी तहजीब को जीवंत कर दिया।

मेवात की मिट्टी में भाईचारे और मुफ्त बस सेवा

यह जलसा सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं रहा, बल्कि मेवात की साझा संस्कृति, आपसी मोहब्बत और इंसानियत के संदेश का प्रतीक बन गया। मौलाना शाद ने आखिर में कहा “अल्लाह हर इंसान के दिल में मोहब्बत, सच्चाई और अमन-चैन पैदा करे। इधर ”कांग्रेस पूर्व प्रत्याशी चौधरी इमरान खान, कांग्रेस नेता मुख्तियार अहमद, कांग्रेस नेता जलीस प्रधान समेत मेवात के के नेताओं ने लोगों को लाने ले जाने के लिए मुफ्त बस सेवा का प्रबंध किया, जोकि एक सराहनीय कदम रहा। मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता रमजान चौधरी, वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता राजूद्दीन समेत हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, दिल्ली के लोग भी शामिल हुए।

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