संसाधन के अभाव में कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहे-मोहित वर्मा
-एसडी विद्यालय ककराला में आयोजित सम्मान समारोह में बोले केंद्र सरकार में जल संसाधन मंत्रालय के संयुक्त निदेशक
-चेयरमैन जगदेव यादव ने किया अभिनंदन
-शिक्षा को बताया सामाजिक परिवर्तन लाने का सशक्त माध्यम
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | शिक्षा संसाधनों के अभाव में कोई भी विद्यार्थी शिक्षा से वंचित न रहे, इसके लिए सरकार एवं सामाजिक संगठनों द्वारा लगातार सकारात्मक प्रयास किए जा रहे हैं। ये विचार केंद्र सरकार में जल संसाधन मंत्रालय के संयुक्त निदेशक मोहित वर्मा ने रविवार को एसडी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ककराला, कनीना में आयोजित मेधावी विद्यार्थी सम्मान समारोह में व्यक्त किए। युवा एवं सेवा फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस समारोह में उन्होंने मेधावी छात्रों को प्रमाण पत्र और नकद राशि देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि युवा किसी भी देश की अमूल्य निधि होते हैं। देश का उज्जवल भविष्य युवाओं की दशा व दिशा पर निर्भर करता है। जिस देश के युवा जितने अधिक शिक्षित एवं कौशल परक होते है वह देश उतनी की उन्नति की ओर अग्रसर रहता है।
विद्यालय पहुंचने पर चेयरमैन जगदेव यादव ने मोहित वर्मा व अन्य अतिथियों को गुलदस्ता देकर अभिनंदन किया। तदुपरांत उन्होंने ‘समुत्कर्ष विद्यार्थी प्रोत्साहन उपक्रम’ कार्यक्रम के अंतर्गत मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए कहा कि डाॅ भीमराव अम्बेडकर का जीवन विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा पुंज है। जिन्होंने शिक्षित बनो, एकजुट रहो और संघर्ष करो का नारा दिया था। उन्होंने संविधान के माध्यम से हमें मौलिक अधिकार प्रदान किए हैं। जो सबके लिए वरदान है। वर्तमान समय में भारत देश दुनिया का सबसे बड़ा युवा देश है। भारत को विकासशील से विकसित देश बनाने की जिम्मेदारी उनके कंधे पर है। उन्होंने कहा कि फाउंडेशन का यह प्रयास क्षेत्र की प्रतिभाओं को सफलता की सीढीयों पर पहुँचाने में मील का पत्थर साबित होगा। भारतीय जनता पार्टी के जिला यतेंद्र राव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा तरक्की का सबसे बड़ा साधन है। शिक्षित युवा ही राष्ट्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं। उनका मानना है कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन लाने का शक्तिशाली साधन है। यह निडर और संगठित रहना सिखाती है तो संघर्ष की ताकत भी देती है।
समारोह के मुख्य वक्ता डॉ आनंद शर्मा ने विधार्थियो को भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर के जीवन से प्रेरणा लेते हुए मुश्किलों के साथ आगे बढ़ने को कहा। डाॅ अम्बेडकर का पूरा जीवन समाज को शिक्षित एवं संगठित व संघर्ष करने में व्यतीत हुआ। उनका मानना था कि शिक्षा सामाजिक परिवर्तन का ‘शक्तिशाली हथियार’ है। जो व्यक्ति को निडर, संगठित और संघर्ष के लिए प्रेरित करती हैं। केंद्र सरकार द्वारा लागू की गई नयी शिक्षा व्यक्ति के चहुंमुखी विकास पर केंद्रित है। समारोह में पहुंचे विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर सुनील कुमार, डॉ नरेश कुमार, आरएस यादव, ओमप्रकाश यादव, संजय कुमार, सुरेंद्र सिंह उपस्थित थे।
कनीना-एसडी विद्यालय ककराला में आयोजित समारोह में विद्यार्थियों को नकद राशि एवं प्रमाण देकर सम्मानित करते मोहित वर्मा व अन्य।
