खेड़ला पंचायत ने स्वच्छता की दिशा में उठाया अनोखा कदम

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | खेड़ला पंचायत में स्वच्छता और सामुदायिक जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक विशेष ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इस चौपाल का आयोजन खेड़ला पंचायत के सरपंच आरिफ के नेतृत्व में किया गया। आयोजन में पंचायत सदस्यों के साथ-साथ अनुभूति समिति एवं सिविक फेलो – रेनू, संजय, नजमा, राहुल, इमरान, प्रियंका , साजिद और नुरैज ने सक्रिय भागीदारी निभाई और चौपाल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
चौपाल की शुरुआत सरपंच आरिफ के संबोधन से हुई। उन्होंने ग्रामवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि “गाँव की स्वच्छता केवल सरकार या पंचायत की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य है। जब हर व्यक्ति अपने घर और आस-पास की सफाई का ध्यान रखेगा, तभी हमारा गाँव स्वच्छ और सुंदर बन पाएगा।” उन्होंने यह भी बताया कि पंचायत ने गाँव में कचरा संग्रहण वाहन (कचरे की गाड़ी) की सुविधा शुरू की है, जो प्रतिदिन सुबह प्रत्येक घर से कचरा एकत्र करेगी। सरपंच ने सभी से अपील की कि वे अपने घर का कचरा खुले में न फेंके, बल्कि पंचायत द्वारा उपलब्ध कराए गए डस्टबिन में ही डालें।
कार्यक्रम के दौरान सरपंच ने स्वयं ग्रामवासियों को डस्टबिन वितरित किए और उन्हें इसके सही उपयोग की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि “स्वच्छता केवल दिखावे के लिए नहीं, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य, पर्यावरण और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक जिम्मेदारी है।”
इसके बाद सिविक फेलो रेनू ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि डस्टबिन का उपयोग करने से न केवल गंदगी कम होगी बल्कि बीमारियों का फैलाव भी रुकेगा। उन्होंने कहा कि यदि हर परिवार यह छोटा-सा कदम उठाए तो पूरा गाँव साफ-सुथरा और रहने योग्य बन सकता है। अन्य फेलो साथियों ने भी स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन और सामुदायिक सहभागिता पर अपने विचार साझा किए।
चौपाल के दौरान ग्रामीणों ने भी उत्साहपूर्वक अपने विचार रखे और इस पहल की सराहना की। कई ग्रामीणों ने स्वयं आगे आकर यह संकल्प लिया कि वे अपने मोहल्ले और घर के आस-पास सफाई बनाए रखेंगे तथा दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे।
यह चौपाल केवल एक बैठक नहीं बल्कि गाँव में स्वच्छता आंदोलन की शुरुआत थी, जहाँ पंचायत, सिविक फेलो और ग्रामवासी एक साथ मिलकर गाँव को स्वच्छ, सुंदर और स्वस्थ बनाने के लिए आगे बढ़े।
खेड़ला पंचायत का यह प्रयास निश्चित रूप से अन्य ग्राम पंचायतों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण है। इस पहल से न केवल गाँव की स्वच्छता व्यवस्था में सुधार होगा बल्कि लोगों में जिम्मेदारी और सहयोग की भावना भी विकसित होगी।