करोडों रुपए खर्च करने के बाद भी शहर में लगे गंदगी के ढेर
कालोनी के लोग नारकीय जीवन जीने को विवश
city24news@ऋषि भारद्वाज
होडल | नगर परिषद द्वारा शहर की सफाई व्यवसथा पर करोडों रुपए खर्च किए जाने के दावे किए जा रहे हैंं, लेकिन उसके बावजूद भी शहर की विभिन्न कालोनियों,बाजारों व चोराहों पर गंदगी के ढेर लगे रहते हैं। लोगों द्वारा मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो सका है। रेलवे रोड बल्लभकुंज कालोनी में भी जगह जगह गंदगी के ढेर लगे हुए है। आरडबल्यूए के प्रधान रमनलाल पंखीया द्वारा इस मामले को लेकर कई बार नगर परिषद व एसडीएम को अवगत कराया जा चुका है, लेकिन विभागीय कर्मचारी केवल कागजी खानापूर्ति कर अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जबकि समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। प्रधान रमनलाल ने बताया कि कालोनी में कई महीनों से नालियां गंदगी अटी पडी हैं। सडक मार्ग के निकट तो सफाई कर्मचारियों ने कूढा डालने का स्थान बना लिया है। आसपास की कालोनियों से उठाए गए कूढे को सडक किनारे डाल दिया जाता है। जिसके कारण कूढे के ढेर पर पूरा दिन बेसहारा पशु विचरण करते रहते हैं। गंदगी से उठने वाली तीव्र बदवू के कारण लोगों को नारकीय जीवन जीने को मजबूर होना पड रहा है। प्रधान ने बताया कि हैफैड गोदाम के निकट भी गंदगी डालने का स्थान बना दिया गया है। जिसके कारण यहां पूरा दिन बदवू उठती रहती है। शहर में किसी भी जगह पर कूढेदान की व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण आमजन भी रास्तों में ही कूढे को डाल दिया जाता है। उन्होंने बताया कि रेलवे रोड से रोजाना हजारों की संख्या में दैनिक यात्रियों का आवागमन होता है, लेकिन रास्ते में लगे गंदगी के ढेर के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पडता है। इस मामले में कई बार अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। विभागीय कर्मचारी जब मौके पर पहुंचते हैं तो थोडी बहुत गंदगी डठाने के बाद फोटोग्राफी मेंं जुट जाते हैं, लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी रहती है। सफाई कर्मचारी कई कई महीनों तक नालियों की सफाई के लिए नहीं पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि वह कालोनी में जाम पडी सीवरेज की लाईनों और जगह जगह लगे गंदगी के ढेरोंं की वीडियोग्राफी कर उच्च अधिकारियों को भेजेंगे। उन्होंने नगर परिषद प्रशासन से रेलवे रोड और बल्लभकुंज कालोनी में कूढेदान उपलब्ध कराए जाने तथा नियमित सफाई कर्मचारी तैनात किए जाने की मांग की है।