मंडल आयुक्त संजय जून ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर दर्ज फसल खराबे का किया फिजिकल निरीक्षण

– गांव मालब व आकेड़ा के खेतों में पहुंचे मंडल आयुक्त
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | फरीदाबाद मंडल आयुक्त संजय जून ने शनिवार को गांव आकेड़ा व मालब में खेतों का दौरा किया तथा जिन किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर जलभराव व बारिश के कारण खराब हुई फसलों का ब्यौरा दर्ज किया था, उन फसलों व मिसमैच डाटा का फिजिकल सत्यापन किया।
आयुक्त ने इस अवसर पर कहा कि बारिश व जलभराव के कारण खराब हुई फसलों के लिए सरकार ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल ओपन कर खराबे का विवरण दर्ज करवाया था। कुछ किसानों ने फसलों का विवरण सही दर्ज नहीं किया। जिस कारण डाटा मिसमैच श्रेणी में आ गया। आज खराब हुई फसलों तथा इस मिसमैच डाटा का ही सत्यापन किया जा रहा है ताकि किसानों को उसके नुकसान का उचित भुगतान सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने इस दौरान किसानों द्वारा ई-क्षति पूर्ति पोर्टल पर दर्ज किए गए नुकसानों के ब्यौरे की मौके पर जांच-पड़ताल की और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर मिसमैच डाटा की फिजिकल वेरिफिकेशन भी किया।
उन्होंने किसानों से बातचीत कर फसल नुकसान की वास्तविक स्थिति, जलभराव की मात्रा और प्रभावित क्षेत्रफल की जानकारी ली तथा मौके पर मौजूद पटवारियों, कानूनगो और तहसीलदारों को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित किसानों का डाटा सटीक व समय पर पोर्टल पर अपडेट किया जाए, ताकि किसी पात्र किसान को राहत राशि से वंचित न रहना पड़े। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और नुकसान की सही रिपोर्टिंग से ही पारदर्शी व न्यायसंगत मुआवजा वितरण संभव हो सकेगा। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि फील्ड स्तर पर रिपोर्ट तैयार करते समय फोटो प्रमाण सहित वास्तविक स्थिति को दर्ज करें तथा किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें। इस अवसर पर उनके साथ एसडीएम नूंह अंकिता पुवार भी मौजूद थी।
उपायुक्त अखिल पिलानी ने भी मिसमैच डाटा का किया फिजिकल निरीक्षण
उपायुक्त अखिल पिलानी ने भी शनिवार को जिले के गांव अडबर व उजीना में पहुंचकर बारिश व जलभराव के कारण खराब हुई फसलों के नुकसान का फिजिकल निरीक्षण किया। उन्होंने किसानों द्वारा ई-क्षति पूर्ति पोर्टल पर दर्ज किए गए नुकसानों के ब्यौरे की मौके पर जांच-पड़ताल की और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर मिसमैच डाटा की फिजिकल वेरिफिकेशन की। उपायुक्त ने कहा कि बारिश से प्रभावित क्षेत्रों के जिन किसानों ने ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपनी फसलों के खराबे का विवरण दर्ज किया था, उसका जिला प्रशासन के अधिकारी फील्ड में जाकर फिजिकल सत्यापन कर रहे हैं। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे ई-क्षति पूर्ति पोर्टल पर सही जानकारी दर्ज करें और यदि किसी प्रकार की त्रुटि या विसंगति हो तो तत्काल अपने संबंधित पटवारी या राजस्व अधिकारी से संपर्क करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे फील्ड में जाकर मिसमैच डाटा का सही प्रकार से सत्यापन करें ताकि किसानों को उचित मुआवजा मिल सके। इसी प्रकार एसडीएम नूंह अंकिता पुवार ने भी गांव कोटला व अडबर के खेतों में पहुंचकर मिसमैच डाटा का फिजिकल सत्यापन किया।
इस अवसर पर उनके साथ राजस्व विभाग के अधिकारी, तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी तथा कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।