नगीना में समर्पण, आस्था, निष्ठा के साथ किया रामलीला का मंचन

-नगीना की रामलीला में कुम्भकरण, मेघनाथ, रावण वध
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | कस्बा नगीना में समर्पण, आस्था, निष्ठा के साथ रामलीला का मंचन किया जा रहा है।राम लीला के नवम दिन रावण का दरबार मे लक्ष्मण की सूचना के बाद कुंभकरण को जगाने का निर्णय कुंभकरण को जगाना, रावण के द्वारा कुंभकरण को पूरा वृतांत बताना।कुंभकरण विभीषण मिलन, कुंभकरण का रामादल के वीरो से युद्ध व सभी वीरो को कुंभकरण के द्वारा हराना। कुंभकरण- राम प्रभु में मध्य युद्ध होना।युद्ध मे राम में द्वारा कुंभकरण का वध के ये दृश्य व संवाद श्री रामलीला विकास कमेटी( रजि०) नगीना के सानिध्य में चल है।इंद्रजीत का अपने पिता रावण से अजेय यज्ञ करने व युद्ध मे जाने की अनुमति लेना।इंद्रजीत का सुलोचना के पास जाकर युद्ध की अनुमति लेना के धार्मिक व मार्मिक संवादो व दृश्यों ने दर्शकों की आँखों से आंसू छलका दिए।हनुमान के द्वारा इंद्रजीत का अजेय यज्ञ भंग करना। लक्ष्मण इंद्रजीत का आपस में भीषण युद्ध व लक्ष्मण के हाथों इंद्रजीत का वध, इंद्रजीत की भुजा सुलोचना के महल में गिरना के दृश्यों व संवादों ने जनता को रोमांचित व भावविभोर कर दिया। सुलोचना का मंदोदरी के पास जाना, दोनों का रावण के पास पहुंचाना, रावण से रामादल से इंद्रजीत का शीश मांगने की मांग रखना, रावण के द्वारा उनका अनुरोध अस्वीकार करना। सुलोचना का रामादल में प्रवेश करना जय श्री राम प्रभु से अपने पति इंद्रजीत का शीश मांगना, रामा दल के वीरों के द्वारा सुलोचना से कहना कि उनके पति का शीश हंसकर दिखाएं, इंद्रजीत के शीश का हंसना, श्री राम प्रभु के द्वारा सलोचना को इंद्रजीत का शीश सम्मान सहित देना। धार्मिक व मार्मिक दृश्यों व संवादों ने जनता के रोंगटे खड़े कर दिए और जनता की आंखों से आंसू बहने लगे। दरबार में रावण के द्वारा अहि रावण को बुलाना अहि रावण को अपने युद्ध नीति से अवगत कराना। अहिरावण के द्वारा विभीषण का वेषधारण कर राम लक्ष्मण को पाताललोक ले जाना। अहिरावण के द्वारा राम लक्ष्मण की बलि चढ़ाने की तैयारी करना । हनुमान जी के द्वारा अहिरावण का वध करना के दृश्यों ने जनता को रोमांचित कर दिया। राम रावण के युद्ध मे अजीबोगरीब प्रचंड अस्त्र शास्त्रों के प्रयोग को देखकर जनता अचंभित रह गई। विभाजित विभीषण के द्वारा राम प्रभु को रावण की मृत्यु का राज बताना । राम के द्वारा रावण का वध करना । लक्ष्मण के द्वारा रावण से राजनीतिक धार्मिक व सामाजिक नीति ज्ञान लेना के दृश्यों ने जनता को मंत्रमुग्ध कर दिया। जय श्री राम की जयघोषों से सारा कार्यक्रम स्थल गुंजायमान हो गया ।इन्होंने निभाए पत्रों के किरदार : रावण -दिलीप कालरा, राम- मुकेश शर्मा, लक्ष्मण – पवन भटनागर, हनुमान- ओमकार साहू, इंद्रजीत -महेन्द्र मास्टर, विभीषण – अजयवीर, मंत्री – सतीश प्रजापत,मंत्री -राकेश प्रजापत,कुंभकरण -अहिरावण-संजय माथुर, सुग्रीव-सुभाष सैनी, अंगद – विक्की भटनागर नृत्यांगना व गायिका -अमित जांगडा, ने अपने अपने पात्रों के अनुसार दमदार कला (अभिनय) के माध्यम से किरदार निभाकर जनता को रोमांचित कर दिया।
इस अवसर जजपा के प्रदेश प्रवक्ता राहुल जैन,मुख्यमंत्री शिकायत निवारण पटल का एमिनेट पर्सन नितिन दुबे, कोषाध्यक्ष गोविंद दुबे, सचिव ओमकार साहू, संरक्षक सतपाल सैनी, प्रभु दयाल गंभीर, पूर्व पंच प्यारे लाल,पंडित जगन शर्मा, परसराम सैनी, सर्वजातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष रजत जैन,तुला राम सैनी, मोनू शर्मा,शेर सिंह सैनी,आदि उपस्थित रहे।