सेवा पखवाड़े के तहत नूंह पुलिस ने पुलिस लाईंस नूंह में सी.पी.आर. तकनीकी प्रशिक्षण एवं जी.एच. माण्डीखेड़ा में रक्तदान शिविर का किया आयोजन

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-सी पी आर तकनीकी का ज्ञान देता है जीवनदान
-“रक्तदान से जीवन संवारती नूंह पुलिस – सेवा पखवाड़ा में दी मानवता की सीख”
City24news/अनिल मोहनिया

नूंह | पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक नूंह राजेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में नूंह पुलिस ने सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत मंगलवार को पुलिस लाईंस नूंह में सी.पी.आर. तकनीकी प्रशिक्षण एवं जी.एच. माण्डीखेड़ा में रक्तदान शिविर का आयोजन किया । इस शिविर में कुल 37 यूनिट रक्त एकत्रित कर पुलिसकर्मियों ने समाज को मानवता का संदेश दिया ।

कार्यक्रम में डीएसपी फिरोजपुर झिरका अजायब सिंह ने रक्तदाताओं को बैज एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित करते हुए कहा कि “रक्तदान ऐसा महादान है जिससे न केवल जीवन बचता है, बल्कि समाज में भाईचारे और सेवा की भावना भी बढ़ती है ।” और रक्तदान करते हुए किसी भी अनजान की जिंदगी बचाने का मौका मिलता है ।  

इस अवसर पर डीएसपी फिरोजपुर झिरका सहित फिरोजपुर झिरका एवं पुन्हाना सब डिवीजन के अन्य पुलिसकर्मियों ने भी रक्तदान कर मिशन में अपना योगदान दिया और जवानों ने स्वेच्छा से रक्त देकर सेवा और समर्पण की मिसाल पेश की । उप-पुलिस अधीक्षक फिरोजपुर झिरका ने आगे बताया कि दो अक्टूबर को पुलिस लाइन नूंह में भी रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा । जिसमें आम लोग भी रक्तदान कर पुण्य के भागीदार बन सकते हैं । 

जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश सिंह मलिक रैडक्रॉस सोसाइटी नूंह ने पुलिस नूंह में सी.पी.आर.तकनिकी प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी सड़क दुर्घटना, आपदा के समय आवश्यक होता है कि पीड़ित को घटनास्थल से अस्पताल पहुंचाने तक आवश्यक फर्स्ट एड दी जाए तो जीवन बचाना काफी आसान होता है। इसी को मद्देनजर रखते हुए आज बेसिक फर्स्ट एड में बेहोशी, घायल को मौके पर प्राथमिक सहायता, हार्ट अटैक, सिक्का निगलना, आगजनी के दौरान धुआं होने, बिजली का करंट, पानी में डूबने, शरीर से बहुत खून बहने की स्तिथी में पीड़ित को ट्रांसपोर्ट करने, साँस न आने और हार्ट के कार्य न करने की अवस्था में जीवनदायनी विधि सी0पी0आर0 का प्रयोगात्मक तरीका समझाया तथा सभी उपस्थित अधिकारियों एवम कर्मियों को इसका अभ्यास कराया । वहीं रक्तदान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हर व्यक्ति जिसकी उम्र 18 वर्ष हो, उसका वजन 45 किलो से अधिक एवं उसका हीमोग्लोबिन 12.5 ग्राम हो तथा वह नियमित तौर पर दवाई न खाता हो वह पुरुष 90 दिनों के अंतराल तथा महिला 120 दिनों के बाद पुनः रक्तदान कर सकते हैं । 

जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश सिंह मलिक ने आगे बताया कि इस शिविर को आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य आपात स्थिति में किसी भी जरूरतमंद को रक्त के अभाव में भटकना न पड़े रक्तदान अपने जन्मदिन, बुजुर्गों की पुण्यतिथि, शादी की सालगिरह तथा महापुरुषों की जयंती, शहीदी दिवस इत्यादि पर भी किया जा सकता है । 

नूंह पुलिस का संदेश :-

रक्तदान केवल दान नहीं, जीवनदान भी है।

सेवा पखवाड़े के इस अनोखे अभियान ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि नूंह पुलिस केवल कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता और मानवीय मूल्यों की अलख जगाने के लिए भी सदैव तत्पर है।

शिविर के सफल आयोजन में उपमण्डल पुन्हाना व फिरोजपुर झिरका के सभी थाना प्रबंधक व प्रबंधक यातायात माण्डीखेड़ा, रैड क्रॉस सोसाइटी नूंह के जिला प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक, लिपिक नरेश कुमार, उप-निरीक्षक मनीराम, सहायक उप-निरीक्षक विजय कुमार आदि का अहम योगदान रहा ।

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