ताड़का का भयानक विकराल रूप,भय का वातावरण,कांप उठा जनजन

-चिकित्सक नटखट के हास्य व्यंग्य से लोटपोट हुआ जनसमूह
-किन्नर समाज का किया मान सम्मान
-राजा जनक के द्वारा सोने के हल्के भूमि जोत्र व मां पृथ्वी के गर्भ से मां सीता जन्म
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | सांस्कृतिक धार्मिक भक्ति मार्मिक रंगारंग जनसंदेश के दृश्यों से परिपूर्ण कस्बा नगीना में श्री रामलीला विकास कमेटी रजिस्टर के सानिध्य में चल रही रामलीला ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। गणेश पूजन में भारतीय वीरों की गाथा के साथ रामलीला का प्रारंभ हुआ। तड़का अन्य राक्षसों के आतंक से ऋषि मुनि प्रताड़ित है। सुबाहु( दीपक कालरा) व मारीच (राकेश प्रजापत) व उनकी विशाल सेना के अखाडा व दरबार के संवादो ने जनता को रोमांचित कर दिया।तड़का व राक्षसों से प्रताड़ित मुनि विश्वामित्र (चंद्रसेन प्रजापत)
र दैत्यों से मुक्ति पाने के लिए अयोध्या नरेश राजा दशरथ( राजू गांधी)के पास राम लक्ष्मण को लेने गए। राजा दशरथ से पहले वचन लेना फिर राम लक्ष्मण को उनकी करनी का दंड दिलवाने के लिए मांग रखना। राम लक्ष्मण की आयु कम होने के कारण वह पुत्र मुंह की वजह से राजा दशरथ का संकोच में पड़ जाना। गुरु वशिष्ठ (भारत श्रीवास्तव) के द्वारा राजन दशरथ को राजधर्म के बारे में अवगत कराना। राम (सुभाष सैनी) लक्ष्मण (पवन भटनागर)ने अपने क्षत्रिय कुल की मर्यादा व बहादुरी के बारे में पिता दशरथ को विशेष संवाद के माध्यम से बताना ।
भय का वातावरण :-ताड़का(सतीश प्रजापत) के भयानक विकराल रुप आग की लपटे,ऊँचे ऊँचे भवनों से आग के गोले दागना, भयानक डरावनी गर्जना, डरावनी वेशभूषा को देखकर ताड़का वन में उपस्थित जनसमूह कांप गया । नन्हे मुन्ने बच्चे डर के मारे इधर-उधर भागने लगे कई बच्चे अपने माता-पिता की गोद में छुप गए। तड़का राम लक्ष्मण का बहन के युद्ध को देखकर ऊपर उपस्थित जन समूह के रोंगटे खड़े हो गए इस भीषण युद्ध में ताड़का मारी गई। ताड़का की खोजबीन करते हुए सुबाहु व मारिच अपनी सेना के साथ पहुंचे तो ताड़का की अवस्था को देखकर आश्चर्य चकित रह गए और उपचार के लिए चिकित्सा नटखट
(ओम प्रकाश साहू) व उनके सहायक (विनोद सेन) के पास अपनी सेना के सैनिकों को भेजा। डॉक्टर नटखट की उपचार की अनोखी विधि व संवाद करने का निराले अंदाज को देखकर उपस्थित जनसमूह हंसी के मारे लोटपोट हो गई।
सीता का जन्म:- अकाल से पीड़ित मिथिला की जनता की फरियाद पर राजा जनक में अपने राज्य की समृद्धि व खुशहाली के लिए अपने राज्य की भूमि पर सोने के हाल से भूमि को जोतना प्रारंभ किया तो हल एक स्थान पर जाकर रुक गया। जब उसे स्थान की जांच पड़ताल की गई तो माता पृथ्वी के गर्भ से एक कलश प्राप्त हुआ, जिसमें एक लड़की का जन्म (प्राप्त) हुआ और उस लड़की का नाम सीता रखा गया। तो सारा पंडाल मां जानकी के जय घोषों से गूंज उठा।
किन्नर समाज का मान सम्मान:- सिरी रामलीला विकास कमेटी नगीना ने किन्नर समाज का विशेष मान सम्मान किया। किन्नर सीमा सिसोदिया व शिल्पा चौधरी अपनी समाज के सदस्यों के साथ आई। उनका शाल उड़ाकर व प्रतीक चिन्ह के रूप में भगवान श्री राम दरबार का चित्र भेंट कर उनका आदर सत्कार व मान सम्मान किया ।
मंच संचालन :- समाजसेवी रजत जैन ने अपनी मृदभाषा,वाकपुष्टा, शब्दों का उचित निर्धारण,व उनका आपसी सामंजस्य के साथ कुशल तरीके से मंच संचालन कर उपस्थित धन समूह का मन मोह लिया मंच संचालन के तरीके की चहुओर जनता चर्चा के साथ अनुमोदना करती नजर आई। इस अवसर पर रामलीला विकास कमेटी नगीना के अध्यक्ष कमल शर्मा, कोषाध्यक्ष गोविंद दुबे, सचिव ओमकार साहू, सह सौरभ जैन, संरक्षक सतपाल सैनी, प्रभु दयाल गंभीर,पंडित जगन शर्मा, परसराम सैनी, सर्वजातीय सेवा समिति के उपाध्यक्ष रजत जैन, मोनू शर्मा ,शेर सिंह सैनी,रविन्द्र जैन,परवेज गोरवाल, नंगला साबंत से तुलाराम सैनी आदि उपस्थित रहे।