गायत्री मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन माँ दुर्गा के स्वरूप शैलपुत्री की पूजा अर्चना की गई।

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | नूंह के गायत्री मंदिर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन माँ दुर्गा की पूजा अर्चना की गई। गायत्री मंदिर के पंडित राजेश कुमार मिश्रा ने बताया कि नवरात्रि के पावन पर्व पर माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा की जाती है और भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ की आराधना करते हैं। माता के 9 दिन नवरात्रों में रामायण का पाठ कराया जा रहा है। वही पथवारी मंदिर पर भी माता के भक्तों की भीड़ देखने को मिली।
नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जो शक्ति और साहस का प्रतीक हैं। नवरात्रि का पर्व पूरे भारत में बहुत उत्साह और उल्लास के साथ मनाया जाता है, और इस दौरान भक्त व्रत, पूजा और आरती के माध्यम से माँ की भक्ति में लीन रहते हैं।
गायत्री मंदिर नूंह में एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहां भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ माँ गायत्री की पूजा करते हैं। इस मंदिर में नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा और आरती का आयोजन किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में भक्त भाग लेते हैं।
नूंह के गायत्री मंदिर में अमृतसर से अखंड ज्योत नूंह में आई इस अखंड ज्योत को नूंह के सभी मंदिरों में जलाया गया इस अखंड ज्योत की शुरुआत गायत्री मंदिर से की गई।
नवरात्रि के पहले दिन माँ शैलपुत्री की पूजा की जाती है, जो माँ दुर्गा के पहले रूप का प्रतीक हैं। इस दिन भक्त माँ की पूजा करते हैं और उनकी कृपा और आशीर्वाद की कामना करते हैं। नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करने से भक्तों को शक्ति, साहस और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।