नूंह साइबर क्राइम पुलिस की बड़ी कार्रवाई

-चार अलग-अलग मुकदमों में आठ आरोपियों को पकड़ा, मोबाइल–सिम व बैंक डिटेल बरामद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | साइबर अपराध पर नकेल कसते हुए नूंह साइबर क्राइम थाना पुलिस ने लगातार कार्रवाई करते हुए चार अलग-अलग मुकदमों में कुल आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी फर्जी सिम व मोबाइल के जरिए अलग–अलग तरीकों से लोगों को झांसा देकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के पास से दर्जनों मोबाइल फोन, नकली सिम, फर्जी व्हाट्सऐप अकाउंट, बैंक खाते और यूपीआई डिटेल्स बरामद की हैं। सभी मामलों में पुलिस ने आरोपियों को अदालत में पेश कर न्यायिक रिमांड की मांग की है।
पुलिस ने बताया कि पहला मामला दवाइयाँ बेचने के नाम पर ठगी करने से जुड़ा है, जिसके अंतर्गत साइबर टीम ने आरोपी मुमताज और मोहम्मद साहिल को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी मोबाइल व फर्जी सिम की मदद से नकली व्हाट्सऐप अकाउंट बनाकर दवाइयाँ बेचने के नाम पर लोगों से रुपये ऐंठते थे। पुलिस ने आरोपियों से अलग अलग मोबाइल, कई सिम और बैंक डिटेल्स बरामद कीं हैं। दूसरा मामला आर्मी भर्ती व सस्ते सामान का झांसा देने से जुड़ा है। इसमें साकिर नामक आरोपी को पकड़ा है। वह फर्जी ईमेल–फेसबुक प्रोफाइल और व्हाट्सऐप अकाउंट बनाकर लोगों को सेना में नौकरी लगवाने या सस्ते सामान दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। उसके पास से मोबाइल, फर्जी सिम और यूपीआई डिटेल्स बरामद हुईं हैं। तीसरा मामला फर्जी एसएमएस और यूपीआई फ्रॉड का है।
इसमें रविन्द्र और फराज नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये दोनों आरोपी फर्जी एसएमएस व मोबाइल नंबरों से लिंक भेजकर यूपीआई फ्रॉड को अंजाम देते थे। पुलिस ने उनके पास से आईफोन, रियलमी मोबाइल और मोटरसाइकिल बरामद की है जबकि चौथा मामला पुराने सिक्के बेचने के नाम पर ठगी करने का है। इसमे परवेज और आरिफ नामक दो आरोपियों को पकड़ा गया। ये आरोपी सोशल मीडिया पर पुराने सिक्के व नोट ऊँचे दामों में खरीदने का झांसा देकर लोगों से एडवांस फीस व अन्य चार्ज के नाम पर रुपये वसूलते थे। आरोपियों से मोबाइल और कई फर्जी सिम जब्त किए गए। जबकि एक आरोपी को अन्य मामले में गिरफ्तार किया गया इस प्रकार कुल 8 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। तकनीकी साक्ष्य जैसे कॉल डिटेल रिकॉर्ड, आईपीडीआर, बैंक लेनदेन व यूपीआई ट्रांज़ैक्शन रिपोर्ट आने बाकी हैं। पुलिस का कहना है कि जिले में साइबर ठगी के खिलाफ अभियान और तेज किया जाएगा।