नेशनल किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में सगी दो बहनों ने जीते चार गोल्ड मेडल

_दोनों बहनें किक बॉक्सिंग में लगातार तोड़ रही हैं रिकार्ड
-तमिलनाडू से प्रतियोगिता जीतकर लौटी दोनों बहनों का हुआ भव्य स्वागत
-अक्तूबर में उज्जबेकिस्तान किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में भारत का परचम लहराएगी बडी बहन रिद्धिमा कौशिक
City24news/ओम यादव
फ़रीदाबाद ।शहर की बेटी रिद्धिमा कौशिक व उसकी बहन विधिका कौशिक ने किक बॉक्सिंग में एक बार फिर रिकॉर्ड तोडते हुए दो दो गोल्ड मेडल जीत प्रदेश का नाम रोशन किया है। तमिलनाडू से प्रतियोगिता जीतने के बाद दोनों बहनों का फरीदाबाद लौटने पर भव्य स्वागत किया गया। सेक्टर 19 स्थित डीपीएस स्कूल की ये दोनों छात्रा खेलों में लगातार गोल्ड मेडल बटोर रही हैं। ड्रैंगन मार्शल लॉ एकेडमी के कोच दिव्या व संतोष थापा ने अन्य खिलाडियों के साथ दोनों बहनों का फूल मालाओं से स्वागत कर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।
उज्जबेकिस्तान किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में भारत का परचम लहराएगी रिद्धिमा कौशिक
कोच संतोष थापा ने दोनों बहनों के लगातार गोल्ड मेडल जीतने पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि तमिलनाडू में आयोजित चिल्ड्रन एंड कैडेट्स नेशनल किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गुजरात, तमिलनाडू, छत्तीसगढ व आसाम समेत अन्य राज्यों से करीब 1500 खिलाडियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में दोनों बहनों ने किक लाइट व लाइट कॉन्टेक्ट में दो दो गोल्ड मेडल जीत हरियाणा का नाम रोशन किया। इससे पहले ये दोनों बहनें किक बॉक्सिंग व वूशु में गोल्ड मेडल बटोर कर प्रदेश का नाम रौशन कर रही है। रिद्धिमा कौशिक 13 से 15 आयु वर्ग में अब अक्तूबर में होने वाले उज्जबेकिस्तान किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में भारत का परचम लहराएगी। इसे लेकर रिद्धिमा कौशिक खूब पसीना बहा रही है। लगातार गोल्ड मेडल जीतने से गदगद रिद्धिमा कौशिक ने कहा कि अब उसका सपना वर्ल्ड कप जीतने का है।
9 साल में जीते 50 से अधिक गोल्ड
दोनों बहनों की उम्र भले ही अभी कम है, लेकिन इन्होने किक बॉक्सिंग में जो महारथ हासिल की है, वह वाकई काबिलेतारिफ है।अब तक ये दोनों बहनें 50 से अधिक गोल्ड मेडल बटोर चुकी है। कोच संतोष थापा ने बताया कि ये बच्ची फरीदाबाद के सेक्टर 9 स्थित डिवाइन पब्लिक स्कूल में करीब 9 साल से ड्रैगन मार्शल आर्ट ऐकेडमी में ट्रैनिंग कर रही है। शुरूआत में रिद्धिमा कौशिक ने फिटनैस व सेल्फ डिफेंस के उद्देश्य से ट्रैनिंग की गई थी, लेकिन आज वर्ल्ड स्तर की इंटरनेशनल खिलाडी के रूप में अपनी पहचान बनाई है। दोनों बेटियों के गोल्ड मेडल जीतने पर प्रसन्नता जहिर करते हुए पिता सुरेंद्र कौशिक व माता रितु कौशिक ने बताया कि उनकी बेटी आए दिन खेलों में देश व प्रदेश को गौरन्वित कर रही है। हमें उम्मीद है कि एक दिन बेटी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किक बॉक्सिंग व वूशु में पहले स्थान पर आकर भारत का नाम रोशन करेगी।