एमडीए से संबंधित विकास परियोजनाओं पर जल्द कार्यवाही हो सुनिश्चित – उपायुक्त अखिल पिलानी

– उपायुक्त ने की एमडीए से संबंधित विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा
– निर्देश, संबंधित विभाग सही एस्टीमेट के साथ जल्द भेजें अपने प्रस्ताव
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त अखिल पिलानी ने कहा कि मेवात विकास अभिकरण के माध्यम से विभिन्न विभागों से संबंधित कई विकास परियोजनाएं क्रियान्वित की जा रही हंै। इन विकास परियोजनाओं पर त्वरित व उचित कार्यवाही अमल में लाई जाए, ताकि इनका लाभ आमजन तक भी पहुंचना सुनिश्चित हो। संबंधित विभाग जल्द से जल्द अपने कार्यों के प्रस्ताव एमडीए को उसका सही एस्टीमेट तैयार करते हुए भेजें, ताकि उस प्रस्ताव पर उचित निर्णय लेना संभव हो। उपायुक्त ने कहा कि जून महीने में मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मेवात विकास बोर्ड की 31वीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए कई योजनाओं व परियोजनाओं को मंजूरी दी थी। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों के तहत इन विकास कार्यों को जल्द शुरू किया जाए।
उपायुक्त मंगलवार को अपने कार्यालय में एमडीए से संबंधित विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला के 50 स्कूलों में बैडमिंटन कोट बनाने, मेवात में शहीद हसन खां मेवाती के नाम से संग्रहालय, नूंह जिला मुख्यालय पर 13.50 करोड़ रुपए की लागत से खेल परिसर का निर्माण करवाने, नूंह में आडिटॉरियम, तावडू ब्लॉक में स्वयं सेविका महिलाओं के लिए हुनर हाट, मेवात मॉडल स्कूल फिरोजपुर झिरका में बालिका छात्रावासों में दो ट्रांजिट छात्रावास, गांव आकेड़ा में यूनानी मेडिकल कॉलेज, फिरोजपुर झिरका में मेवात मॉडल कॉलेज, गांव छपेड़ा में ड्राइविंग प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान का भवन, हेल्थ विभाग द्वारा मेडिकल उपकरण खरीदने संबंधी आदि कार्यों पर जल्द से जल्द विभागीय कार्य करते हुए इसके प्रस्ताव एमडीए को भेजे जाएं। महिला एवं बाल विकास विभाग मॉडल आंगनवाड़ी बनाने के लिए उनमें बच्चों के खेलने का सामान आदि के प्रस्ताव जल्द भेजें। इसी प्रकार नूंह जिला मुख्यालय पर 200 बच्चों की क्षमता वाली लाइब्रेरी के निर्माण के साथ फिरोजपुर झिरका, पुन्हाना व तावडू उपमंडल में 100-100 बच्चों की क्षमता वाली लाइब्रेरी व पांच हजार से अधिक आबादी वाले बड़े गांवों में 50 बच्चों की क्षमता वाली लाइब्रेरी के निर्माण की प्रक्रिया में भी तेजी लाई जाए।
उन्होंने बताया कि नूंह जिला में कौशल नवाचार केंद्र खोला जाना प्रस्तावित है, ताकि इस क्षेत्र के युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ते हुए स्वरोजगार के प्रति सक्षम बनाया जा सके। इस संबंध में भी उचित कार्यवाही जल्द की जाए। इसी प्रकार अरावली क्षेत्र में जल संचयन प्रणाली को विकसित किया जाना है, ताकि वर्षा जल संचय सही तरीके से हो सके। इसी प्रकार जिला में जल सिंचाई व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए अवैध कनेक्शन को बंद किया जाए, ताकि अंतिम छोर तक पानी पहुंच सके। इस अवसर पर एसडीएम नूंह अंकिता पुवार, डीएमसी दलबीर सिंह फौगाट, एमडीए के डिप्टी सीईओ अशोक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।