मेवात के युवाओं को नौकरी ना देकर नूंह में बनी एटीएल कंपनी कर रही मेवात के साथ धोखा। तैयब हुसैन घासेड़िया 

0

Oplus_131072

-मेवात की 1600 एकड़ जमीन एक्वायर कर सरकार ने किया था मेवात के युवाओं को रोजगार देने का वादा 
-एटीएल कंपनी ने जिले के युवाओं को नौकरी नही दी तो होगा बड़ा आंदोलन। तैयब हुसैन 
City24news/अनिल मोहनिया

नूंह | मेवात के नौ गांवों की लगभग 1600 एकड़ जमीन सरकार ने 15 साल पहले एक्वायर की थी और यहां के लोगों से वादा किया था कि यहां पर जो कंपनियां बनाई जाएंगी उन सभी कंपनियों में मेवात के लोगों को नौकरियां देने का काम किया जाएगा। लेकिन नूंह जिले में लगभग करोड़ों रुपए की लागत से बनी एशिया की सबसे बड़ी कंपनी एटीएल अब शुरू हो गई है। लेकिन इसमें मेवात के युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। उक्त बातें मेवात के वरिष्ठ नेता चौधरी तैयब हुसैन घासेड़िया ने अपने निवास स्थान पर पत्रकार वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि अगर एटीएल कंपनी ने मेवात के युवाओं को नौकरियां नहीं देने का काम किया तो उक्त कंपनी के खिलाफ बड़ा आंदोलन कर ताला लगाने का काम किया जाएगा। तैयब हुसैन घासेड़िया ने शुक्रवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि मेवात के युवाओं का जिस तरह से इस कंपनी द्वारा शोषण किया जा रहा है वह मेवात के लिए हानिकारक है। मेवात के युवाओं को इस कंपनी में नौकरी देने के नाम पर उन्हें मेवात से बाहर बुलाया जा रहा है और वहां पर उन्हें परेशान करने के साथ-साथ उनसे सीधा नौकरी नहीं देने की बात की जा रही। इतना ही नहीं तैयब हुसैन घासेड़िया ने कहा कि एटीएल कंपनी द्वारा मेवात के चारों ओर कंपनी के 40 किलोमीटर एरिया तक रहने वाले लोगों को नौकरी नहीं देने की बात भी की जा रही है। जिससे कंपनी के खिलाफ मेवात के युवाओं में भारी रोष है। तैयब हुसैन घासेड़िया ने कहा कि लगभग 15 साल पहले नूंह के नौ गांवों की लगभग 1600 एकड़ जमीन सरकार ने एक्वायर की थी। जिनका आज तक भी मुआवजा बचा हुआ है। इतना ही नहीं जहां किसान पिछले डेढ़ साल से अपने बचे मुआवजे को लेकर धरने पर बैठे हैं, वहीं वह भी किसानों के साथ इस धरने का समर्थन करते हैं और किसानों को उनका बचा हुआ मुआवजा देने की मांग करने के साथ-साथ उनसे लिए गए एफिडेविटों को भी रद्द करने की मांग करते हैं। इतना ही नहीं तैयब हुसैन घासेड़िया ने कहा कि वह जल्द ही अपने साथियों और मेवात के बुद्धिजीवी लोगों के साथ बैठक कर जल्द ही डीसी की मार्फत प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नाम ज्ञापन देकर मेवात के युवाओं को इस कंपनी में नौकरी देने की मांग की जाएगी। इतना ही नहीं अगर उनकी बात पर गौर नहीं किया गया तो मेवात के सभी लोगों के साथ एक बड़ी बैठक कर इस कंपनी के खिलाफ बड़ा आंदोलन कर इस कंपनी के गेट पर ताले लगाने का काम भी किया जाएगा। तैयब हुसैन घासेड़िया ने कहा मेवात के साथ कांग्रेस और भाजपा सरकारों ने सौतेला व्यवहार करने का काम किया है। जब इस कंपनी का निर्माण कार्य शुरू हुआ था ,तब मेवात के लोगों को 75% नौकरी में आरक्षण देने की बात कही गई थी। लेकिन अब मेवात के युवाओं को इस कंपनी से रोजगार के नाम पर भगाया जा रहा है। जब मेवात के युवा यहां अपना इंटरव्यू देने जाते हैं या फिर यहां पर अपना बायोडाटा लेकर जाते हैं तो उन्हें गेट से यह कहकर भगा दिया जाता है कि एटीएल कंपनी में किसी भी मेवात के युवा को रोजगार नहीं दिया जाएगा। तैयब हुसैन घासेड़िया ने कहा कि काफी शर्मिंदगी की बात है कि मेवात की जमीन में बनी एटीएल कंपनी में मेवात के युवाओं को ही नौकरी से वंचित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने इस पर संज्ञान नहीं लिया तो मेवात में बड़ा आंदोलन कर इस कंपनी के खिलाफ भारी संख्या में इकट्ठा होकर ताले लगाने का काम किया जाएगा। इस मौके पर समय सिंह संलबा ,हाजी असगर सहित काफी लोग मौजूद रहे।

फोटो कैप्शन। अपने निवास स्थान पर प्रेसवार्ता करते हुए वरिष्ठ नेता तैयब हुसैन घासेड़िया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *