लड्डू गोपाल की छठी कैसे मनाएं ?

जन्म के छह दिन बाद लड्डू गोपाल की छठी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन लड्डू गोपाल को कढ़ी चावल के साथ-साथ कई चीजों को भोग लगाया जाता है। आइए जानते हैं लड्डू गोपाल की छठी पर उन्हें किन चीजों को भोग लगाएं साथ ही जानें पूजा विधि।
लड्डू गोपाल की सेवा लोग अपने बच्चे की तरह करते हैं इसलिए उनकी छठी भी अपने बच्चे की तरह पूरे विधि विधान के साथ मनाते हैं। बता दें कि सनातन धर्म में बच्चे होने के छह दिन बाद छठी मनाते हैं। मान्यताओं के अनुसार, बच्चे होने के छह दिन बाद उसकी शुद्धि की जाती है। जोकि छह दिन बाद होती है तो इसलिए इसे छठी कहा जाता है। साथ ही इस दिन कढ़ी चावल और बाकी पकवान बनाए जाते हैं। कढी इस दिन इसलिए बनाई जाती है क्योंकि वह बेसन और दही से बनती है और बेसन और दही दोनों को ही ठंडा माना जाता है।
लड्डू गोपाल की छठी के दिन जो कढ़ी चावल बनाए जाते हैं उसमें प्याज लहसुन का प्रयोग न करें। घर के मसालों का इस्तेमाल करते हुए कढ़ी बनाई जाती है। ऐसा मान्यता है कि इस तरह बनाए गए कढ़ी चावल से शीतलता मिलती है।
लगाएं मखाने की खीर का भोग
लड्डू गोपाल को मखाने की खीर का भोग भी लगाना जरूरी है। इस दिन मखाने की खीर लड्डू गोपाल को काफी प्रिय है। इसलिए छठी के दिन उन्हें मखाने की खीर का भोग जरुर लगाए।
धनिया की पंजीरी
लड्डू गोपाल को धनिया पंजीरी बहुत ही पसंद है। उनकी छठी के दिन धनिया की पंजीरी का भोग जरूर लगाना चाहिए।
माखन मिश्री
लड्डू गोपाल को माखन मिश्री बहुत ही प्रिय हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान कृष्ण अपने बचपन में माखन चुरा कर भी खाया करते थे। इसलिए छठी के दिन उनके लिए माखन मिश्री का भोग जरूर लगाएं। साथ ही पंच मेवे का भोग भी लड्डू गोपाल को जरुर लगाएं.
छठी की पूजा कैसे करे ?
- इस दिन सुबह जल्दी उठे और पीले रंग के वस्त्र धारण करें। इसके बाद लड्डू गोपाल जी को स्नान कराएं।
- लड्डू गोपाल को स्नान कराने के लिए पहले जल और कच्चा दूध मिला लें और लड्डू गोपाल को स्नान कराएं।
- लड्डू गोपाल का श्रृंगार करें और पीले रंग के वस्त्र पहनाएं। इसके बाद सुबह के समय उन्हें दूध माखन मिश्री का भोग लगाएं।
- शाम के समय कढ़ी, चावल, खीर, धनिया की पंजीरी, माखन मिश्री आदि का भोग तैयार कर लें। इसके बाद घी का दीपक जलाएं और छठी के भजन गाएं। इसके बाद भगवान कृष्ण की आरती करें और उन्हें झूला झुलाएं।
- इसके बाद एक चम्मच पर जल रहे दीपक से काजल बनाएं और उसे लड्डू गोपाल को लगाएं और फिर बाकी काजल परिवार के लोगों को लगाएं।