कनीना सब डिवीजन में हुई 218 एमएम बारिश से हालात हुए बेकाबू

-एनएच 152डी की सेफ्टि दीवार दरकी, पाइप लाईन टूटी, गुढा-पाथेडा क्रासिंग पुलिया में पानी हुआ जमा,वाहन चालक हुए परेशान
-कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाइवे 24 पर सडक के बीच बराबर-बराबर दो भारी वाहन खराब होने से मार्ग हुआ जाम,पुलिस ने संभाला मोर्चा
-निचले इलाकों व खेतों में भरा बारिश का पानी
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | बृहस्पतिवार को कनीना क्षेत्र में रूक-रूक कर हुई माॅनसून की 218 एमएम बारिश के बाद जगह-जगह पानी जमा हो गया। जिससे वाहन चालकों तथा राहगीरों को परेशानी का सामना करना पडा। क्षेत्र से गुजर रहे नैशनल हाइवे 152डी के गुढा-पाथेडा क्रासिंग पुलिया में पानी जमा हो गया वहीं बूचावास के समीप बनी पुलिया पर बनी सेफ्टिवाल दरक गई। जिसे एनएचएआई के कर्मचारियों ने मिट्टी डालकर ठीक करने का प्रयास किया। इसी पुलिया पर लगाए गए पाईप टूट गए जिससे हाइवे का पानी बीच सडक से गुजरते वाहनों पर गिरता रहा। जिससे सडक हादसों की संभावना बनी रही। एनएचएआई के कर्मचारियों ने इस पाइप लाइन को ठीक नहीं किया है जिससे वाहन चालक सहमें हुए हैं।
दूसरी ओर महेंद्रगढ-कनीना स्टेट हाइवे 24 पर एनएच 152डी के नजदीक बनी गोशाला के पास सुबह कनीना की ओर जा रहे एक वाहन के खराब होकर खडे होने पर उसके साइड से गुजर रहे दूसरे भारी वाहन के खराब होने से सडक पूर्णतया जाम हो गई। सडक तथा खेतों में जमा बरसाती पानी व सडक जाम के कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई। इस घटना की जानकारी यात्रियों ने 112 नम्बर डायल कर पुलिस को दी गई। अनेकों वाहन चालक गुढा से पाथेडा होकर गुजरते रहे। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस ने वाहनों को खिसकाया तब जाकर जाम खुला।
रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साईफन की जगह लगी उंची-निची टाईलों के बाद हालात और अधिक खराब हो गए हैं। सडक टूटने से वाहन रेंगकर निकल रहे हैं। ईधर बारिश के बाद मौसम सुहावना बन गया। बारिश होने के बाद क्षेत्र में खडी बाजरे,गवार तथा कपास की फसल में पानी जमा हो गया। कनीना के निचले क्षेत्रों में पानी जमा हो गया वहीं सडकों पर बहता पानी घरों में घुस गया।
कृषि विभाग के एसडीओ अजय यादव ने बताया कि कनीना विकास खंड में करीब 33 हजार हैक्टेयर कृषि योग्य भूमि है जिसमें से 18 हजार हैक्टेयर भूमि में बाजरा, 7 हजार हैक्टेयर में गवार, 6 हजार हैक्टेर भूमि में कपास तथा 98 हैक्टेयर रक्बे पर ज्वार में मंूग की खेती गई है। बारिश होने के बाद बाजरे की बंपर पैदावार का अनुमान है। उन्होंने बताया कि बारिश की संभावना बनी हुई है। किसान फसल सिंचाई में संयम बरतें।
कनीना सब डिवीजन में मई से अब तक हो चुकी 577 एमएम बारिश
कनीना क्षेत्र में इस वर्ष मई से लेकर अब तक 577 एमएम बारिश हो चुकी है। रेनफाॅल रिकार्ड कीपर ज्ञानेंद्र पाण्डे ने बताया दो मई को 5 एमएम, तीन मई को 4 एमएम, 10 को 5 एमएम, 25 को 61 एमएम, एक जून को 41 एमएम, दो जून को 54 एमएम, पांच को 10 एमएम, छह को 22 एमएम, 14 को 11 एमएम, 17 को 2 एमएम, 18 को 54 एमएम, 20 को 21 एमएम, एक जुलाई को 27 एमएम, चार जुलाई को 5 एमएम, सात जुलाई को 37 एमएम, 10 जुलाई को 218 एमएम बारिश रिकार्ड की गई है। जिससे वाटर लेवल अप होने की संभावना है वहीं खरीफ फसल की बेहतर पैदवार होने के कयास लगाए जा रहे हैं।
झमाझम बारिश से किसानों की बांछे खिली
दूसरी ओर किसान नरेंद्र कुमार छितरोली, सत्यवीर सिंह रामबास, विनोद कुमार, मोती कुमार, सुखबीर सिंह इस बात को लेकर खुश हैं कि अधिक बारिश होने से तापमान में गिरावट आई है। क्षेत्र का न्यूनतम तापमान 25 डिग्री तथा अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
कनीना-एनएच 152डी के गुढा-पाथेडा के क्रासिंग पुलिया में जमा पानी के बीच से गुजरते वाहन, बूचावास के समीप से गुजर रहे एनएच 152डी की दरकी हुई सेफ्टि वाॅल में मिट्टी डालकर ठीक करते एनएचएआईके कर्मचारी व कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाइवे पर वाहन खराब होने से लगे जाम में फंसे वाहन।