खेलों में विजेता टीम को ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित करते मुखतिथि एसपी नितीश अग्रवाल व अन्य।
सुन्दरह के उन्नत किसान ने रेतीले टीबों उगाया सेब,चीकू
city24news@सुनील दीक्षित कनीना | उपमंडल के गांव सुन्दरह के उन्नत किसान बलवान ने रेतीले टीबों में सेब व चीकू का बाग लगाकर उन्नति के द्वार खोल दिए हैं। दो वर्ष पूर्व उनकी ओर से फलदार पौधे लगाए गए थे। जिन्होंने फल देना प्रारंभ कर दिया है। किसान बलवान ने बताया कि 17 वर्ष की आयु में भारतीय वायुसेना में भर्ती हो गए थे। बीस साल तक विभिन्न स्थानों पर सेवाएं देने के बाद सेवानिवृत्त हो गए। उसके बाद भारत पेट्रोलियम में भी नौकरी की। जिससे संतुष्टि नहीं मिली। उन्होंने यूट्यूब पर उन्नत खेती के बारे में हजारों वीडियो देखे ओर भलीभांति खेती करने की योजना बनाई। उन्होंने अपनी पुस्तैनी जमींन में बागवानी खेती की शुरूआत की। उनकी ओर से एक एकड़ भूमि में छप्पन भोग वाटिका तैयार की है। रेतीले टीलों में चीकू,सेव के अलावा बेर,करोंदा,मौसमी,किन्नू,निबंू,अमरूद लगाया गया है। इंटरक्रॉप में गेंदे की खेती कर दोहरा लभ लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दो एकड़ में नींबू, किन्नू मौसमी अमरूद की फसल पर 123000 रूपये की लागत आई थी जिसमें सरकार की ओर से संचालित की गई योजना के तहत बागवानी विभाग से 50000 रूपये सब्सिडी के रूप में मिले। हरियाणा सरकार की तरफ से 85 फीसदी सब्सिडी लेकर ड्रिप इरीगेशन सिस्टम अपनाया गया है। इतना ही नहीं बारिश का पानी इकट्ठा करने के लिए 65 फीट लंबा व 55 फीट चौडा तथा 10 फीट गहरा तालाब बनाया हुआ है। जिसमें एकत्रित बरसाती पानी से 6 महीने फसल की सिंचाई की जाती है। उनके द्वारा बागवानी के साथ-साथ इंटर क्रॉप में सब्जि की खेती की जाती है। जिसमें ट्रेडिशनल खेती से अच्छा फायदा होता है। सीजनल वेजिटेबल तैयार की जाती है। उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती की बजाय ट्रेडिशनल खेती करने से अच्छा मुनाफा होता है। उनके बाग में 8 व्यक्ति लगातार काम करते हैं। उन्होंने माना कि प्राकृतिक आपदा ना आए और मौसम अनुकूल बना रहे तो लाभ की संभावना अधिक रहती है। प्रति एकड़ करीब एक लाख रूपये सब्जी की पैदावार से बचत होती है। पृथ्वी को हरा-भरा रखने व नैचुरल ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने के लिए भी बागवानी बागवानी को अपनाया है।