राष्ट्रीय किसान दिवस पर रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर का आयोजन किया गया
- राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष्य में गांव सिहौल स्थित धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर में अन्नदाता गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
city24news@ऋषि भारद्वाज
पलवल | राष्ट्रीय किसान दिवस के उपलक्ष्य में गांव सिहौल स्थित धानुका एग्रीटेक रिसर्च एंड टेक्नोलॉजी सेंटर में अन्नदाता गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व आईएएस हरदीप सिंह, धानुका एग्रीटेक के प्रेसिडेंट डॉ.अजीत सिंह तोमर,बागवानी विभाग हरियाणा के पूर्व निदेशक एवं डीएआरटी के सलाहकार डॉ.बी.एस सहरावत, बसई के सीईओ विपिन सैनी, जिला बागवानी अधिकारी डॉ.अब्दुल रज्जाक,प्रगतिशील किसान क्लब के प्रधान बिजेंद्र दलाल,दीपक वर्मा,राजेश फोगाट,सहित सैकड़ों की संख्या में किसान मौजूद थे। मुख्य अतिथि द्वारा देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। पूर्व आईएएस हरदीप सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह किसान नेता थे, उन्होंने किसानों के हित में सराहनीय कार्य किया। उन्होंने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने में किसानों का अहम योगदान है।
हरियाणा प्रदेश के किसानों ने मेहनत और परिश्रम के दम पर अपनी अलग पहचान बनाई है। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि की आधुनिक तकनीकों के बारे में जानकारी हासिल करनी चाहिए। आधुनिक तकनीकों के माध्यम से किसान कम लागत में अधिक पैदावार प्राप्त कर सकता है। किसानों को अपनी आय को दोगुना करने के लिए आय उपार्जन के नए स्रोत भी अपनाने चाहिए। फसलों के उत्पादन में सीमित मात्रा में ही खाद व कीटनाशकों का प्रयोग करना चाहिए। अधिक मात्रा में खाद व कीटनाशकों का प्रयोग करने से भूमि का स्वास्थ्य लगातार बिगड़ रहा है। इसके लिए किसानों को मिट्टी व पानी की जांच अवश्य करनी चाहिए। सोयल हेल्थ कार्ड के माध्यम से किसानों को भूमि में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी प्राप्त हो जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को बीजों का उपचार भी करना चाहिए। बीज उपचार के माध्यम से फसलों का उत्पादन बढ़ता है। फसलों के अवशेषों का भी उचित प्रबंधन करें। इसके माध्यम से किसानों की आय बढेगी। उन्होंने कहा कि किसानों को कृषि की नवीनतम तकनीकों के बारे में जानकारी हासिल कर उनका प्रयोग करना चाहिए। धानुका एग्रीटेक के प्रेसिडेंट डॉ.अजीत सिंह तोमर ने किसानों को जानकारी देते हुए बताया कि किसान धानुका सेंटर में आकर ज्ञान अर्जित करें। उन्होंने कहा कि किसान जागरूक होगा तो खुशहाल बनेगा।
सेंटर में किसानों को बीज,खाद और कीटनाशकों के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी। धानुका द्वारा क्षेत्र के किसानों को सेमिनार के माध्यम से जागरूक करने की कोशिश की जा रही है। डॉ.बी.एस सहरावत ने किसानों को फसल के माध्यम से खेती की आय दोगुनी करने के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसान धानुका सेंटर से जो जानकारी लेकर जाए उसका प्रयोग अवश्य करें ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। विपिन सैनी सीईओ बसई ने किसानों को कीटनाशकों का विवेकपूर्ण उपयोग करने के बारे में जानकारी दी। जिला बागवानी अधिकारी डॉ. अब्दुल रज्जाक ने किसानों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसान बागवानी की खेती करें। बागवानी की फसलों नकदी फसलों में आती है। किसान बागवानी की खेती कर अपनी आय को दोगुना कर सकते है। डॉ. जितेंद्र ने किसानों को मिट्टी की गुणवत्ता और मिट्टी के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि किसान फसलों की बिजाई से पहले मिट्टी की जांच अवश्य कराऐं। जांच के बाद मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में पता चल जाएगा और उसी के अनुरूप फसलों का चयन कर किसान अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकता है। डॉ मनोज कुमार ने किसानों को रबी की फसलों में खरपतवार प्रबंधन के बारे में जानकारी दी। डा.विश्वास वैभव ने किसानों को कीट प्रबंधन एवं उनके नियंत्रण के उपाय बताए। डॉ.वीरेंद्र कुमार ने फसलों में रोग प्रबंधन एवं उनके नियंत्रण के बारे में जानकारी दी। बिजेंद्र दलाल ने किसानों को किसान क्लब के बारे में जागरूक किया।