हादसाग्रस्त सडक प्वाईंट पर लोक निर्माण विभाग ने बनाए ब्लाईंड स्पीड ब्रेकर

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-टूटी सडक के कारण अंकुश लगने के बजाए सडक हादसों में ईजाफा होने की बनी संभावना
-स्पीड ब्रेकर के नहीं लगे संकेतक
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | महेंद्रगढ़-कनीना स्टेट हाईवे नंबर 24 पर उन्हाणी के समीप बीती दो जून को घटित भीषण सडक हादसे के बाद जिला प्रशासन द्वारा रोड सेफ्टि को लेकर दिए गए दिशा-निर्देश के बाद गहरी नींद में सोया लोकनिर्माण विभाग नींद से जाग गया है। हादसे में 4 घरों के चिराग बुझने के बाद विभाग के अधिकारियों की तंद्रा टूटने पर रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लंबे समय से लीकेज पडे साइफन से खंडित सडक को ठीक करने की बजाय लोक निर्माण के कर्मचारियों ने शुक्रवार को आनन-फानन में सडक के दोनों ओर ब्लाईंड स्पीड ब्रेकर बनवा दिए। विभाग के अधिकारियो का मानना है कि ब्रेकर बनवाने से सडक हादसों पर अंकुश लगेगा लेकिन अंधे स्पीड ब्रेकर तथा टूटी सडक से ओर अधिक हादसों की संभावना बन गई है।
बता दें कि बूचावास के समीप से गुजर रहे एनएच 152डी पकडकर अंबाला, चंडीगढ तथा कोटपूतली, जयपुर गुजरात जाने वाले वाहन चालक इस कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाइवे 24 को इस्तेमाल करते हैं। जिसके चलते इस सडक मार्ग पर वाहनों का दबाव लगातार बढता जा रहा है। दिनरात सडक पर वाहन सरपट दौडते रहते हैं। पदयात्रियों द्वारा जल्दबाजी में सडक क्राॅस करना जिंदगी से खिलवाड करने के बराबर है। उन्हाणी के समीप सडक खंडित होने से हादसों का ग्राफ बढता जा रहा है। तत्काल इस रोड को फोरलेन बनाने की आवश्यकता है।
अधिकारियों तथा जनप्रतिनिधियों को कहकर थक चुके आमजन को हादसे के बाद बाद   सडक ठीक होने तथा नहर का लीकेज साइफन ठीक होने उम्मीद थी। ध्यान रहे कि करीब तीन वर्ष पूर्व नहर का संकेतक बोर्ड व समुचित सेफ्टिवाॅल न होने से झगडोली के समीप से गुजर रही जवाहर लाल नेहरू कैनाल में रात्री के समय कार गिर गई थी जिसमें दंपति सहित तीन व्यक्तियों की दर्दनाक मौत हो गई थी। इस हादसे से पूर्व नहर विभाग के अधिकारी सेफ्टिवाॅल को दुरूस्त करवाने के लिए बजट का अभाव बताने में लगु हुए थे लेकिन हादसे के तुरंत बाद न केवल सेफ्टिवाॅल तैयार करवाई बल्कि रंग-रोगन भी करवा दिया गया। कमोबेश ऐसे ही हालात उन्हाणी रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साइफन के हैं। इस प्वाईंट को दुरूस्त करने के लिए गुढा निवासी विजय कुमार की ओर से बीते दो वर्ष पूर्व सीएम विडों पर शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें नहर विभाग के अधिकारियों ने करीब 109 करोड रूपये का एस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजने की बात कही थी। दिलचस्प बात है कि उन्हाणी के समीप रामपुरी डिस्ट्रीब्यूटरी के लीकेज साइफन की जगह आरसीसी ब्लाक लगाए हुए थे, जिन्हें विभाग के अधिकारियों ने अगस्त 2024 में उखाड कर दुबारा से वही टाइल लगा दिए जो और अधिक खंडित हो गए ओर हादसों का गढ बए गए।
एडवोकेट मनोज शर्मा, वीरेंद्र सिंह, मा राजेश कुमार, वेदपाल, जेपी, अनिल शर्मा ने बताया कि टूटी सडक को ठीक करने के लिए लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी नहर विभाग के अधिकारियों पर ठीकरा फोड रहे तो नहर विभाग के अधिकारी लोक निर्माण विभाग पर। दोनों विभागों की कशमकश में चार युवक अकाल मौत का ग्रास गए। उन्होंने नहरी साइफन को दुरूस्त करने के साथ-साथ चैडा करने तथा सडक मार्ग को भी दुरूस्त करने की मांग की है।
लोक निर्माण विभाग के जेई नवल कुमार ने बताया कि उच्च अधिकारियों के आदेश पर उन्हाणी के समीप सडक पर स्पीड बेकर बनाए गए हैं। स्पीड ब्रेकरों पर संकेतक भी लगाए जाएगें। टूटे रोड को नहर विभाग द्वारा साइफन ठीक करने के बाद बनाया जाएगा।

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