ज्येष्ठ मास की प्रचंड गर्मी में लगातार बढ रहा पारा  

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-27 तक मौसम में बदलाव होने की बन रही संभावना
City24news/सुनील दीक्षित  
कनीना | ज्येष्ठ माह में भीषण गर्मी का कहर बढता जा रहा है। प्रचंड गर्मी से उबाल खाते इस महिने को साल के 12 महिनों से बडा यानि ’ज्येष्ठ’ जेठ माना जाता है। गर्मी बढने के साथ-साथ ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढने लगी है। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से जारी पूर्व अनुमान के मुताबिक मौसम में बदलाव होने से 27 मई तक हल्की बारिश हो सकती है। 27 मई को कैथल, जींद, रोहतक, झज्जर, भिवानी, चरखी दादरी, महेंद्रगढ व रेवाडी जिलों में हवा के साथ बारिश होने की संभावना है। डाॅ दीपांशु शर्मा ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए घरेलू व देसी पेय पदार्थों का उपयोग स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन माना गया है। आयुर्वेद शास्त्र में छाछ-राबड़ी की तुलना अमृत से की है। जो स्वास्थ्य के लिए अति लाभकारी है। इसमें शरीर के भीतर के घातक पदार्थ मूत्र के द्वारा बाहर निकालकर फेंकने की ताकत होती है। यह शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमताओं को बढ़ाने की ताकत अपने अंदर समेटे हुए हैं। गर्मी में छाछ-रबड़ी का नियमित सेवन करने से शरीर तंदुरुस्त तथा बलिष्ठ बना रहता है। छाछ में विटामिन बी-12, कैल्शियम, पोटेशियम,फॉस्फोरस सहित अनेक पोषक तत्व रहते हैं, जो शरीर के लिए लाभदायक रहते हैं। जिसका पेट साफ नहीं होता, पेट से आवाज निकलती है। छाछ पीने से ये बीमारियां समाप्त होने लगती है। छाछ के सेवन से शरीर की 90 फीसदी कमियां बाहर निकल जाती है। उष्णता तुरंत कम होकर अच्छी व शांत नींद आने लगती है।  

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