युवा शक्ति आपातकालीन स्थिति में निभाएगी अहम भूमिका: एडीसी

0

    आपदा की घड़ी में अब युवा भी आगे: बचाव और प्राथमिक चिकित्सा पर विशेष ट्रेनिंग

    City24news/ब्यूरो
    फरीदाबाद | उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में एवं एडीसी साहिल गुप्ता की अध्यक्षता में आज सोमवार को सेक्टर-12 स्थित कन्वेंशन हॉल में जिला फरीदाबाद के निजी तथा सरकारी कॉलेजों के विद्यार्थियों, एनसीसी, एनएसएस वालंटियर्स को आपातकालीन स्थिति में बचाव प्रशिक्षण के गुर सिखाए गए, जिसमें कई छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

    आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम में फायर विभाग, एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स) और इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की संयुक्त टीम ने आपदा के समय किए जाने वाले बचाव और राहत कार्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए प्रतिभागियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आमजन, विशेषकर युवाओं व छात्रों को आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने हेतु मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना था। कार्यक्रम के दौरान ‘ब्लैक आउट’, सर्च ऑपरेशन, रेस्क्यू तकनीक, राहत वितरण प्रणाली, अग्निशमन उपाय एवं प्राथमिक चिकित्सा जैसे विषयों पर गहन प्रशिक्षण दिया गया।

    आपदा प्रबंधन और जनसुरक्षा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर चल रहे प्रयासों को लेकर एडीसी साहिल गुप्ता ने महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा कि ‘गोल्डन हॉर्स’ आपातकालीन स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण व प्रभावी पहल है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में प्रशासन पूरी तरह से तैयार है और सभी आवश्यक संसाधनों को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी संभावित संकट से प्रभावी ढंग से निपटा जा सके। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करें और अफवाहों से बचते हुए केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन और जनता के बीच समन्वय ही किसी आपदा की स्थिति में सफल प्रबंधन की कुंजी होता है।

    एडीसी गुप्ता ने यह भी कहा कि केवल सैद्धांतिक ज्ञान से आपदा का सामना नहीं किया जा सकता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विद्यालयों और प्रशिक्षण सत्रों में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल गतिविधियों को भी अनिवार्य रूप से शामिल करें। विद्यार्थियों को वास्तविक परिस्थितियों में कैसे प्रतिक्रिया देनी है, इसका अभ्यास कराया जाना चाहिए ताकि वे मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहें। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रशिक्षण का व्यावहारिक पक्ष ही वह ताकत है जो आपदा के समय में नागरिकों को घबराने से रोकता है और उन्हें जीवन रक्षक निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। प्रशासन इस दिशा में गंभीर है और नागरिकों से पूर्ण सहयोग की अपेक्षा करता है।

    जनप्रतिनिधियों से लेकर युवाओं तक को मिला आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण
    एडीसी ने बताया कि मौजूदा समय को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर कार्य कर रहा है इसी के तहत आज डीएवी कॉलेज, सुषमा स्वराज कॉलेज और नेहरू कॉलेज के छात्र-छात्राओं को आपातकालीन स्थिति में बचाव प्रशिक्षण के गुर सिखाए गए। इससे पहले – सरपंचों, निगम पार्षदों, जिला परिषद सदस्यों आरडब्ल्यूए अध्यक्षों, उद्योग प्रतिनिधियों को प्रशिक्षित किया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाले में में सिविल डिफेन्स रजिस्ट्रेशन करने वाले वालंटियर्स को भी प्रशिक्षण दिया जाएगा।

    इस दौरान रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा उपस्थित सभी लोगों को आपदा के दौरान बिना जाती, धर्म, द्वेष को ध्यान में रखते हुए एक दूसरे की मदद करने की शपथ भी दिलाई गयी।

    इस अवसर पर एसडीएम बल्लभगढ़ मयंक भरद्वाज, एसडीएम फरीदाबाद शिखा, सीटीएम अंकित कुमार सहित पुलिस, फायर तथा सभी सम्बंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *