आपरेशन अभ्यास के तहत लघु सचिवालय नूंह में मॉक ड्रिल का आयोजन

– इमरजेंसी सायरन बजने के साथ ही शुरू हुए बचाव व राहत कार्य
– पीठ व स्ट्रेचर पर प्राथमिक उपचार कक्ष तक लाए गए लोग
– सीपीआर अधिकारी द्वारा दी गई चिकित्सा सहायता
– उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा व अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप ङ्क्षसह मलिक ने रखी हर गतिविधि पर रखी पैनी नजर
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | आपरेशन अभ्यास के तहत बुधवार को सायं 4 बजे जिला नूंह स्थित लघु सचिवालय व सभी उपमंडलों में एसडीएम कार्यालयों में इमरजेंसी खतरे के मद्देनजर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इन स्थानों पर जैसे ही इमरजेंसी सायरन की आवाज आई, वैसे ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिए गए। कार्यालयों में मौजूद कर्मचारी व अधिकारी सुरक्षित स्थानों की ओर चले गए। जिला प्रशासन ने कार्यालयों में मौजूद कर्मचारियों व अधिकारियों की उपस्थिति का डाटा जुटाया गया और जो व्यक्ति भवन के अंदर खतरे में फंसे हुए थे, उन्हें रेसक्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जिसमें घायलों को तुरंत एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया।
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन एवं उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा के नेतृत्व में जिला में योजनाबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा का अभ्यास किया गया, जिसमें आपदा की स्थिति में हुई जान-माल की सुरक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई। उपायुक्त व अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक खतरे का पता चलते ही घटनास्थल पर पहुंचे और राहत व बचाव कार्यों संबंधी प्रत्येक गतिविधि पर पैनी नजर रखी तथा साथ ही संबंधित अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देशित भी किया। सायरन बजने के बाद डायल-112 पर पुलिस, फायर ब्रिगेेड व एंबुलेंस को सूचना दी गई। सभी विभाग व बचाव दल मौके पर पहुंचे। स्वयं सेवकों द्वारा घायलों को पीठ पर बैठाकर नीचे लाया गया। जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा घटनास्थल पर ही प्राथमिक उपचार कक्ष स्थापित किया गया था, जहां घायलों को प्रशिक्षित सीपीआर ऑफिसर द्वारा प्रथम चिकित्सा सहायता प्रदान की गई। प्रत्येक जरूरतमंद लोगों को सीपीआर दिया गया। जो लोग गंभीर अवस्था में थे, उन्हें तुरंत प्रभाव से अस्पताल पहुंचाया गया। फंसे हुए लोगों को प्राथमिक चिकित्सा कक्ष तक लाने के लिए स्ट्रेचर, व्हीलचेयर व पीठ का प्रयोग किया गया। इस दौरान लघु सचिवालय परिसर के आसपास संतोषजनक संख्या में एम्बुलेंस भी पहुंच गई थी। मॉक ड्रिल के दौरान परिवहन की बसों, स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस व अग्निशमन वाहनों को लघु सचिवालय से सिविल अस्पताल व पीजीआई भेजने का अभ्यास किया गया। एसडीएम अश्वनी कुमार ने मीडिया ब्रिफिंग में पूरे घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी। लघु सचिवालय में मॉक ड्रिल का सफलतापूर्वक अभ्यास किया गया।
उपायुक्त ने बैठक में जिला आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला आपदा प्रबंधन के तहत संबंधित विभागों के साथ आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन योजना के तहत प्रत्येक डाटा को अपडेट रखा जाए। सभी महत्वपूर्ण संपर्क नंबर की सूची उपलब्ध रहनी चाहिए। उन्होंने बताया कि आज मॉक ड्रिल के माध्यम से बताया जाएगा कि आपातकालीन स्थिति में क्या करें और क्या न करें। इस दौरान क्या-क्या सावधानियां बरती जाएं। उन्होंने आमजन से आह्वान किया वे अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को दें। राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जिला और राज्य, दोनों स्तरों पर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) को औपचारिक रूप से लागू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना, आपातकालीन स्थितियों के दौरान भ्रम को कम करना और तदर्थ उपायों पर निर्भरता को कम करना है। इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना तथा विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।
उन्होंने बताया कि जिला नूंह में शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में भी आज सायं 7.50 से 8 बजे तक सभी लोगों को ब्लैक आउट करने की मॉक ड्रिल करनी है। इस दौरान सभी लोग अपने घरों में लाइट व अन्य रोशनी को बंद रखेंगे और इंडोर व आउटडोर की लाइट जिसमें इन्वर्टर से भी बिजली आपूर्ति चालू न रखी जाए। फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल करने से बचें। जो व्यक्ति गाड़ी से कहीं जा रहे हैं, वे गाड़ी को सड़क किनारे लगा लें और लाइटें बंद कर दें। इसी प्रकार कोई भी गलत सूचना न तो स्वयं फैलाएं और न ही भ्रामक सूचनाओं पर विश्वास करें। सूचना को वैरिफाई अवश्यक करें। अभी फिलहाल मॉक ड्रिल का अभ्यास है, इसलिए कोई भी व्यक्ति डरें नहीं और न ही पैनिक स्थिति पैदा करें। इस बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप ङ्क्षसह मलिक, जीएम रोडवेज एकता चोपड़ा, एसडीएम अश्वनी कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से तावड़ू के एसडीएम संजीव कुमार, पुन्हाना एसडीएम कंवर आदित्य विक्रम, एसडीएम फिरोजपुर झिरका लक्ष्मी नारायण भी जुड़े।