गांव खोरी कल के वन क्षेत्र में जलाए जाने वाले रसायन कबाड़ को लेकर उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने गठित की कमेटी

– कमेटी को 2 दिन के अंदर रिपोर्ट देने के आदेश।
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिले के राजस्थान सीमा से सटे गांव खोरी कला के वन क्षेत्र और पंचायती भूमि पर अवैध रूप से जलाए जाने वाले रसायन कबाड़ को लेकर जिला प्रशासन ने अब संज्ञान लिया है। मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में आने पर उपायुक्त कार्यालय से पत्र जारी कर पांच सदस्य कमेटी का गठन किया गया। जिसमें एसडीएम तावडू,जिला वन अधिकारी,डीएसपी तावडू और क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पांच सदस्यीय टीम का गठन कर मौके पर भेजा गया। मौके से रसायन युक्त कबाड़ लेकर जा रहे एक ट्रैक्टर को भी जप्त कर खोरी कला पुलिस चौकी के हवाले कर दिया।
बता दे कि बीते लंबे समय से इस क्षेत्र में औद्योगिक नगरी भिवाड़ी,खुशखेड़ा, मानेसर और धारूहेड़ा से रसायन युक्त कबाड़ जलाकर पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाया जा रहा था। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा था बल्कि वन्य जीव भी लुप्त होते जा रहे थे। कबाड़ जलाने के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा था। बहुत से लोगों में दमे और त्वचा संबंधित बीमारियां भी बढ़ने लगी थी। प्रशासन के आदेश पर पहुंची टीम ने करीब 1 घंटे तक मौके का गहनता से निरीक्षण किया और खामियों की रिपोर्ट बनाकर दो दिनों के अंदर भेजने के निर्देश दिए गए।
मौके का निरीक्षण करने पहुंचे एसडीम तावडू संजीव कुमार ने बताया कि शुक्रवार को पांच सदस्य कमेटी ने मौके का निरीक्षण किया। उस समय भी वहां कूड़े के देर से भारी धुआं उठ रहा था। मौके पर कबाड़ लेकर पहुंचे एक ट्रैक्टर ट्राली को भी पकड़ा गया है जो भिवाड़ी क्षेत्र से कचरा लेकर आया था। उन्होंने बताया कि इस तरह की घटनाएं अरावली की जीव विविधता और पर्यावरण के लिए भी गंभीर खतरा है। इस पर किसी को भी सूरत में समझौता नहीं किया जाएगा। अभी और भी जांच की जा रही है यह कचरा कहां-कहां से लाया जा रहा था और कौन-कौन लोग इसमें शामिल हैं।