नशे के विरूध पहलवान की गाडी यात्रा

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-5 फरवरी से अब तक 19 जिलों को किया कवर, 30 अप्रैल तक जाएगी सभी 22 जिलों में
-मई माह के पहले सप्ताह में रोहतक में होगा समापन
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | देश के नागरिकों को नशे से दूर रहकर अपनी उर्जा सकारात्मक कार्यों में लगानी चाहिए। नशे से शरीर का नाश होता हैं वहीं परिवार सामाजिक दृष्टि से छिन्न-भिन्न होकर आर्थिक तंगी का शिकार होकर तबाह हो जाता है। ये विचार हरियाणा के जींद जिले के एंचरा कलां गांव निवासी रविंद्र तोमर ने प्रदेश में गाडी-बुग्गी यात्रा निकालकर नशे के खिलाफ संदेश दिया है। उनका मानना है कि उनके दादा व पिता पहलवान रहे हैं। जो सामाजिक बुराईयों व नशे के प्रति आमजन को जागरूक करते रहे हैं। उनकी प्रेरणा से ही उन्हें नशे के विरूध यात्रा निकालने का फैसला किया। यात्रा के दौरान वे युवाओं को नशें की लत से दूर रहने के लिए जागरूक कर रहे है। रविंद्र तोमर ने बताया कि उन्होंने यह यात्रा अपने गांव से बीती 5 फरवरी से शुरू की थी जो प्रदेश के सभी 22 जिलों में जाएगी। अब तक 19 जिलों को कवर कर चुकी है। रविवार को उनकी यात्रा कनीना के रास्ते महेंद्रगढ़ जिले में पंहुची। जहां नागरिकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उन्होंने बताया कि मेवात में यात्रा का विशेष अभिनंदन हुआ जहां कमाडों हिदायत सिंह ने प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया।
इस यात्रा के माध्यम से वह गांव-गांव और शहर-शहर युवाओं को नशा न करने की प्रेरणा देते हैं। नशा नहीं करना चाहिए और जीवन में खलों को अपना कर घी व दूध का सेवन करना चाहिए और शारीरिक मेहनत करनी चाहिए। जिससे शरीर मजबूत बन रहे। ऐसा करने से बिमारियां नजदीक नहीं फटकती।
उन्होंने कहा कि प्रतिदिन रोजाना 40 से 50 किलोमीटर यात्रा तय होती है, इस दौरान जहां भी युवा मिलते हैं उनको नशा ने करने के लिए प्रेरित किया जाता है। उन्होंने हरियाणा सरकार एवं पुलिस विभाग द्वारा नशामुक्ति के लिए निकली जा रही साईक्लोत्थान यात्रा की भी सराहना की। उन्होंने बताया कि उनकी यात्रा अटेली, नारनौल, लोहारू,भिवानी होते हुए रोहतक पंहुचेगी जहां 30 अप्रैल के बाद मई माह के पहले सप्ताह में उसका समापन होगा। उसके 15 दिन का ब्रेक देने के बाद उडता पंजाब में नशा मुक्ति यात्रा निकाली जाएगी।