कनीना तहसील के आरसी पर लगे मोरगेज पंजीकरण पर पैसे लेने के आरोप

-आरसी व ग्रामीण के मध्य हुई गालीगलोच, पुलिस तक पंहुचा मामला
-नायब तहसीलदार व स्टाफ कर्मियों ने किया बीचबचाव
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | जमींन का केसीसी बनवाने आए एक व्यक्ति ने तैश में आकर कनीना तहसील कार्यालय में कार्यरत आरसी को ने केवल भला-बुरा कहा बल्कि उग्र रूप धारण कर जातिसूचक शब्द कहते हुए गालीगलोच कर कागज फाड दिए। नायब तहसीलदार व अन्य स्टाफकर्मियों ने आरसी को छुडवाया तो आरोपी व्यक्ति धमकी देकर फरार हो गया। इस बारे में आरसी की ओर से तहसीलदार को शिकायत देकर आरोपी व्यक्ति के विरूध कार्रवाई की मांग की है।
इस बारे में आरसी अरूण कुमार निवासी ढाढोत ने तहसीलदार को दी शिकायत में कहा कि वह कनीना तहसील कार्यालय में बतौर पंजीकरण क्लर्क कार्यरत है। 10 मार्च को उसके कार्यालय में ईसराना वासी संजय मोरगेज डीड पंजीकरण करवाने के लिए आया। इस दौरान वह उनसे नाम-पता व जाति आदि पूछकर कागजात पूरे करके लाने की कहकर चला गया। मंगलवार, 11 मार्च को दोपहर करीब एक बजे संजय वासी इसराना उनके पास आया तब उनकी सीट पर भीड हो रखी थी। आरोपी संजय ने अपना टोकन दिखाते हुए पंजीकरण करवाने की बात कही। लेकिन कागजात पूरे नहीं थे। उन्होंने कागजात पूरे करने को कहा तो वह तैश में आ गया ओर कागजात उनके उपर फेंककर मारे तथा गालीगलोच करने लगा ओर गिरेबांन पकडकर जातिसूचक शब्द कहते हुए उनकी कार्यप्रणाली पर उंगली उठाई। इतना ही नहीं आरोपी ने मोबाईल से उनकी वीडियो भी बनाई। इसी दौरान वहां पर नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल भी निरीक्षण करते हुए वहां आ गए उनके साथ कानूनगो उमेद सिंह जाखड व सेवादार आरती भी थे जिन्होंने उनका बीच-बचाव किया। संजय ईसराना भीड का फायदा उठाकर वहां से फरार हो गया। तहसीलदार ने आर की शिकायत को कनीना शहर थाने में भेज दी है जिस पर पुलिस छानबीन कर रही है।
ईधर मोरगेज डीड बनवाने आए पीडित संजय ने आरसी पर मारपीट का आरोप लगाया ओर कहा कि वह 28 कनाल जमींन का पंजीकरण करवाने करवाने के लिए पिछले दिनों से तहसील कार्यालय के चक्कर लगा रहा है। इस बारे में उनकी ओर से तीन बार उन्होंने टोकन कटवाए जा चुके हैं लेकिन आरसी द्वारा कभी खर्चा-पानी देने तो कभी कागजात पूरे न होने की कहकर उन्हें रद्द करवाता रहा है। उन्होंने कहा कि आगमी 6 अपे्रैल, रामनवमी को उनके घर में पुत्री की शादी के लिए समारोह का आयोजन किया जाना है जिसके लिए पैसे की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि आरसी पैसे देने वालों का पंजीकरण कर देता है ओर न देने वाले व्यक्तियों के चक्कर लगवाता है।