कुतबगढ में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया
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City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | इंडरी खंड के निकटवर्ती गांव कुतबगढ में साप्ताहिक सत्संग का आयोजन किया गया जिसमें हिंदीके प्रचार प्रसार में जुड़े आचार्य राजेश ने बताया कि सकारात्मक सोच सफलता का मूल मंत्र है। जो व्यक्ति संस्कार सेवा और समर्पण से जुड़ा हुआ रहता है वह व्यक्ति हमेशा सफलता की ओर अग्रसर रहता है संस्कार वह पारसमणी है जो लोहे को सोना बनाती है। आचार्य राजेश ने कहा साप्ताहिक सत्संग से व्यक्ति अपनी कमियों को ढूंढ कर दूर करता है अच्छे मार्ग की ओर प्रशस्त होता है हमें अंधकार से प्रकाश की ओर बुराई से अच्छाई की ओर साप्ताहिक सत्संग ले जाता है आचार्य राजेश ने कहा हमारे ऋषि मुनियों द्वारा गुरुकुल आश्रम जो ब्रह्मचारियों को पढ़ने के लिए बनाए वह गुरु मंत्र गायत्री मंत्र ही देते थे ऋषि और मुनियों द्वारा प्राप्त पुरुषों के द्वारा और वेद और शास्त्रों में जो मार्ग बताए हैं हमें उनका अनुसरण करना चाहिए क्योंकि भारतीय संस्कृति का मूल आधार वेद है ईश्वरीय वाणी है हमें अनुसरण करना चाहिए।