हरियाणा में त्रिभाषा सूत्र लागू होने पर संस्कृत भाषा को मिलेगा बढावाःअशोक बुचोली
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नए शिक्षा सत्र से नोवीं व दसवीं कक्षा के विद्यार्थी पढ सकेगें संस्कृत भाषा
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना । संस्कृत भाषा के चाहने वाले विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। अप्रैल माह से शुरू होने वाले नए शिक्षा सत्र से हरियाणा के विद्यालयों में कक्षा नोवीं व दसवीं के लिए तीसरी भाषा संस्कृत मिलेगी। माना जा रहा है कि हरियाणा में त्रिभाषा सूत्र लागू करने को लंबे समय से प्रयासरत संस्कृत भारती के प्रयासों को कामयाबी मिल गई है। इस बारे में स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से पत्र भी जारी किया गया है। इस बारे में चेयरमैन अशोक शर्मा बुचोली ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूल शिक्षा में त्रिभाषा सूत्र लागू करना प्रस्तावित था। इसके तहत हिंदी और अंग्रेजी के साथ एक स्थानीय भाषा को विषय के रूप में लागू किया जाना था। हरियाणा में संस्कृत प्रभावी भाषा के रूप में अपनी मौजूदगी दर्ज कराती रही है। ऐसे में संस्कृत को त्रिभाषा सूत्र में लागू करवाने के लिए संस्कृत की चाहत रखने वालों द्वारा लगातार प्रयास किए जा रहे थे। इन प्रयासों को संस्कृत भारती ने सिरे चढ़वाने का कार्य किया है। संस्कृत प्रदेश में तीसरी बड़ी भाषा के रूप में अपना प्रभाव कायम रखे इसके लिए संस्कृत भारती ने स्कूली पाठ्यक्रम में संस्कृत की उपयोगिता के लिए आंकड़े जुटाकर हरियाणा सरकार और विद्यालय प्रशासन से लगातार संपर्क साधे रखा। प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, शिक्षा निदेशक, एएसीएस केे साथ कई दौर की बैठकें हुई। जिसमें त्रिभाषा सूत्र लागू होने में मदद मिली। ये सूत्र लागू होने के बाद उच्च विद्यालयों में संस्कृत विषय के अध्यापकों की मांग बढ़ेगी। इससे संस्कृत विषय में रोजगार के और अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल की द्वितीय राज्य भाषा संस्कृत है। अनेक प्रदेशों में संस्कृत अकादमी हैं और राजस्थान में अलग से संस्कृत निदेशालय है। संस्कृत भारती संगठन के विशेष प्रयास से भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के 30 से अधिक देशों में लाखों लोग संस्कृत पढ़ने के साथ-साथ व्यवहारिक रूप से बोल रहे है। हजारों संस्कृत परिवार हैं जिनमें सभी सदस्य निरंतर संस्कृत में ही व्यवहार करते हैं। भारत में पाँच संस्कृत गांव हैं और 10 से अधिक गांव में प्रयास चल रहा है जिसमें सभी लोग संस्कृत में व्यवहार करते है। हरियाणा में त्रिभाषा सूत्र लागू करने पर उन्होंने प्रदेश में लागू होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों का भी आभार जताया है। इस मौके पर ताराचंद जोशी, कंवरसैन वशिष्ठ उपस्थित थे।