बागवानी खेती को बढ़ावा देने के लिए नए प्रावधान लागू, बागवानी खेती से बढ़ेगी किसानों की आय
-फलों और फूूलों की खेती पर मिलेगा अनुदान
-बागवानी खेती को अपनाएं, सरकार की योजनाओं का लाभ उठाएं
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि उद्यान विभाग हरियाणा की ओर से किसानों को बागवानी फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से नए प्रावधान लागू किए हैं। इन प्रावधानों के तहत किसानों को फल, सब्जियों, मसालों और खुशबूदार पौधों की खेती के लिए सहायता प्रदान की जाएगी। सरकार का उद्देश्य किसानों की आय में वृद्धि करना और परंपरागत खेती के साथ-साथ बागवानी को भी बढ़ावा देना है।
उपायुक्त ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, किसान अब अपने खेतों में फलों के नए बाग लगा सकते हैं और मसालों की खेती कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, सब्जियों की खेती को एकीकृत मॉडल के साथ प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे किसानों को अधिक उपज प्राप्त करने में मदद मिलेगी। वहीं, फूलों की खेती और सुगंधित पौधों की खेती को भी इस योजना में शामिल किया गया है, जिससे किसान अपनी खेती के माध्यम से बेहतर मुनाफा कमा सकें। बागवानी खेती को अपनाने वाले किसानों को सरकार की ओर से अनुदान सहायता भी प्रदान की जाएगी।
उन्होंने फलों और मसालों की खेती के लिए 10 एकड़ तक की भूमि को अनुदान सहायता के दायरे में रखा गया है। सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को सामान्य वर्ग में 5 एकड़ तक और अनुसूचित जाति वर्ग के किसानों को एक एकड़ तक की सहायता दी जाएगी। वहीं, फूलों की खेती के लिए 5 एकड़ और खुशबूदार पौधों की खेती के लिए 10 एकड़ तक अनुदान प्रदान किया जाएगा। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल मेरा ब्यौराÓ पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। इसके अलावा, वे ‘hortnet.gov.in/haryana’ पोर्टल पर भी अपना आवेदन कर सकते हैं। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए किसान जिला उद्यान अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं या टोल-फ्र्री नंबर 1800-180-2021 पर कॉल कर सकते हैं।