गांवों में निर्बाध रूप से सुनिश्चित की जाए पेयजल आपूर्ति- उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा 

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– उपायुक्त ने जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक में जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश।
– इंफोर्समेंट ब्यूरो को पानी के अवैध कनैक्शनों के खिलाफ कार्यवाही कर बंद करवाने के दिए निर्देश।
– सभी गांवों में सभी घरों तक उचित मात्रा में पेयजल की सप्लाई की जाए सुनिश्चित।
– जिलावासियों का आहवान किया कि वे पानी के महत्व को समझें व इसे व्यर्थ न बहाएं

City24news/अनिल मोहनिया
नूंह  | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि जनस्वास्थ्य विभाग के माध्यम से गांवों में निर्बाध रूप से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। आगामी गर्मी के मौसम किसी भी गांवों, स्कूल व आंगनवाड़ी केंद्रों में पेयजल आपूर्ति में दिक्कत न हो, इसके लिए विभाग अभी से उचित तैयारी जरूर कर ले। उन्होंने इंफोर्समेंट ब्यूरो के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांवों में पानी के अवैध कनैक्शनों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करें और अवैध कनैक्शन बंद करवाएं, ताकि सभी गांवों में सभी घरों तक उचित मात्रा में पेयजल की सप्लाई संभव हो सके। गांवों में पानी को व्यर्थ बहने से भी रोका जाए। उन्होंने जिलावासियों का भी आहवान किया कि वे पानी के महत्व को समझें तथा इसे व्यर्थ न बहाएं। 

 उपायुक्त मंगलवार को जिला मुख्यालय स्थित कांफ्रेंस हाल में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने बैठक में जल संरक्षण, हर घर जल योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के तहत पेयजल आपूर्ति, बूस्टिंग स्टेशन व ट्यूबवैल के बिजली कनैक्शन, वाटर सप्लाई आपरेटर, पेयजल के अवैध कनैक्शन तथा स्कूलों व आंगनवाड़ियों में पेयजल की आपूर्ति आदि के संबंध में अब तक हुई प्रगति की समीक्षा की और संंबंधित विभागों को आगामी योजनाओं की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पेयजल हर घर की जरूरत है और सभी क्षेत्रों में समान रूप से पेयजल की आपूर्ति होनी चाहिए। जिन क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति में दिक्कत है, वहां तत्काल कार्य किया जाए। उहोंने कहा कि पेयजल की गुणवत्ता की नियमित जांच भी करवाई जाए। जल स्रोतों की स्थिति का मूल्यांकन किया जाए तथा तालाबों, झीलों और अन्य पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन के लिए विशेष योजना बनाई जाए। तालाबों आदि की समय-समय पर सफाई भी सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में पेयजल की आपूर्ति हो तथा जहां पर कोई दिक्कत है तो वहां पर टैंकर आदि से पानी पहुंचाया जाए। 

 उपायुक्त ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी जल आपूर्ति संबंधी योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता बनाए रखें और समयबद्ध ढंग से कार्य करें। जिन गांवों में पंप आपरेटर या बिजली कनैक्शन आदि की आवश्यता है तो जनस्वास्थ्य विभाग संबंधित विभागों से तालमेल कर इस संबंध में उचित कार्यवाही सुनिश्चित करे। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक, जनस्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार, पंचायती राज के कार्यकारी अभियंता योगेश शर्मा व खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी शमशेर सिंह नैन सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

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