सीजेएम नेहा गुप्ता ने नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का किया निरीक्षण
डाक्टर्स को दिए निर्देश, इलाज करवा रहे व्यक्तियों को जरूरी परामर्श व इलाज की बेहतर सेवाओं का लाभ दिया जाए
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुशील कुमार के निर्देशानुसार प्राधिकरण की सचिव व सीजेएम नेहा गुप्ता ने सिविल अस्पताल मांडी खेड़ा, जिला नूंह में स्थित नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र का निरीक्षण किया। उन्होंने केंद्र में इलाज करवा रहे मरीजों का हालचाल जाना और नशा छोड़ने की पहल करने पर उनके हौसले की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस केंद्र में जो लोग नशा छोड़ने के लिए इलाज करवा रहे हैं, यह उनका जीवन व परिवार के प्रति सकारात्मक प्रयास है। अगर व्यक्ति मन में ठान ले कि उसे नशे जैसी लत से छुटकारा पाकर जीवन की हर परिस्थिति में आगे बढ़ना है तो वह थोड़े से प्रयास और इलाज से नशे की लत से बच सकता है। सीजेएम ने इस अवसर पर पीड़ित व्यक्ति से मुलाकात कर उसकी काउंसलिंग की और उसे नशीली दवाओं के सेवन के कारण स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रतिकूल प्रभावों के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने डाक्टर्स को निर्देश दिए कि नशे की लत छोड़ने के लिए इलाज करवा रहे व्यक्तियों को आवश्यक परामर्श एवं मार्गदर्शन तथा चिकित्सा सेवाओं इत्यादि का लाभ बिना किसी अवरोध के प्रदान किया जाए और किसी तरह के परामर्श या अन्य सहायता की जरूरत है तो जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को अवगत कराया जाए, जिससे समय पर पीड़ितों को इलाज की बेहतर सुविधाएं मिल सकें। नशा मुक्ति एवं पुनर्वास केंद्र की प्रभारी डा. ईशा ने बताया कि जिला नूंह का एक व्यक्ति अपनी नशे की लत की स्थिति में सुधार के लिए यहां पर इलाज करा रहा है। इस केंद्र के माध्यम से उसे उचित काउंसलिंग व दवाइयां दी जा रही हैं।