नूंह पंचायत समिति के वॉइस चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास, 23 सदस्यों ने विपक्ष में डाले वोट
नूंह में पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन कौशल सिंह की गई कुर्सी
नूंह में कड़ाके की ठंड के दौरान देखने को मिल रही है राजनीतिक गर्माहट
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । नूंह पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन कौशल सिंह के खिलाफ मंगलवार को पंचायत समिति के सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव पास कर उनकी कुर्सी को खतरे में डाल दिया है। खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नूंह के कार्यालय में मंगलवार को पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन कौशल सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर पंचायत समिति सदस्यों ने वोटिंग की। इस दौरान जहां जिले के अतिरिक्त उपायुक्त आईएएस प्रदीप सिंह मलिक मौजूद रहे, वही बीडीपीओ और सिटी थाना प्रभारी दलबल के साथ मौके पर मौजूद रहे। अतिरिक्त उपायुक्त प्रदीप सिंह मलिक ने बताया कि प्रशासन के पास पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। जिसको लेकर मंगलवार को वोटिंग कराई गई। वोटिंग के दौरान 30 में से 23 सदस्य उपस्थित रहे। जिन्होंने कौशल सिंह खिलाफ वोट डाले और अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया। उन्होंने कहा कि अब आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा और पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन के लिए जल्द ही चुनाव कराया जाएगा। इस दौरान उपस्थित पंचायत समिति के सदस्यों ने कहा कि अविश्वास के दौरान 23 सदस्यों ने वाइस चेयरमैन के खिलाफ वोट किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही 23 सदस्यों में से कोई भी नया वाइस चेयरमैन चुन लिया जाएगा और जिला प्रशासन वाइस चेयरमैन के लिए जब भी वोटिंग कराएगा तो वह इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
नूंह पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन की कुर्सी जाने से भाजपा को लगा झटका
आपको बता दें कि पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन कौशल सिंह बीजेपी के समर्थक हैं और उनको पूर्व मंत्री संजय सिंह का करीबी माना जाता है। अब देखना यह है कि कब तक नया वाइस चेयरमैन पंचायत समिति नूंह में चुना जाता है और इसमें कांग्रेस अपना वाइस चेयरमैन बनाती है या भाजपा इसके लिए दोनों की अब यह कुर्सी बचाने के लिए राजनीतिक लड़ाई बन गई है। लेकिन इस लड़ाई में कांग्रेस या बीजेपी कौन इस कुर्सी पर काबिज होता है यह तो वक्त ही बताएगा। लेकिन अब कौशल सिंह की कुर्सी जाने के बाद अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। वही नूंह में कड़ाके की ठंड के दौरान राजनीतिक गर्माहट देखने को मिल रही है, अब आगे देखना है कि कब तक जिला प्रशासन पंचायत समिति के वाइस चेयरमैन के चुनाव की घोषणा करता है और फिर भाजपा या कांग्रेस कौन अपना वाइस चेयरमैन बनाकर अपनी कुर्सी बचा पाती है।