मोहित के शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी परिजनों को मनाने में जुटे
समाज के प्रबुधजनों ने जताई हालात पर चिंता
सोमवार को एसडीएम,डीएसपी,नायब तहसीलदार पंहुचे बागोत
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना । कनीना सब डिवीजन के गांव बागोत में 26 वर्षीय युवक मोहित द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या करने के दसवें दिन सोमवार को शव का अंतिम संस्कार करवाने के लिए प्रशासनिक अधिकारी बागोत पंहुचे ओर परिजनों को मनाने का प्रयास किया। कनीना के एसडीएम अमित कुमार, डीएसपी दिनेश कुमार, नायब तहसीलदार दलबीर सिंह दुग्गल, थाना इंचार्ज मुकेश कुमार,कानूनगो राजसिंह, उमेद सिंह जाखड,पटवारी प्रदीप कुमार सहित अन्य कर्मचारियों तथा मोजिजान व्यक्तियों ने पीडित के घर बागोत पंहुचकर परिजनों से बातचीत की ओर शव का अंतिम संस्कार करवाने कहा। उनकी ओर से बहुत देर की कांउसलिंग के बाद भी सहमति न बन सकी। ईधर युवक के शव अंतिम संस्कार न होने पर समाज के प्रतिष्ठितजनों ने चिंता व्यक्त की है। गौड सभा के पदाधिकारियों ने पीडित परिजनों से मृतक युवक का ससम्मान अंतिम संस्कार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पीडित परिजनों की न्याय की लडाई में साथ हैं। ईधर मृतक युवक मोहित का शव पोस्टमार्टम होने के बाद पिछले 9 दिन से उप नागरिक अस्पताल कनीना के फ्रीजर में रखा हुआ है जिसे परिजन नहीं ले जा रहे हैं। अस्पताल तथा पुलिस कर्मचारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
मृतक के पिता कैलाश शर्मा की ओर से प्रदेश के पूर्व मंत्री सहित 8 व्यक्त्यिों पर युवक को आत्म हत्या के लिए जिम्मेवार ठहराया जा रहा है। जबकि इस बारे में मृतक युवक से किसी प्रकार का सुसाइड नोट आदि नहीं मिला था। केस दर्ज करने के लिए पुलिस मृतक के परिजनों के साक्ष्य मांग रही है तथा परिजन केस दर्ज करने की मांग पर अउे हुए हैं। कैलाश शर्मा का कहना है कि हिंदू धर्म में व्यक्ति की मौत के 12 दिन तक शोक मनाया जाता है। उसके बाद आगे काम किया जाता है। 12 दिन बाद वे न्याय के लिए सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाएगें।
ईधर अस्पताल के चिकित्सकों ने पोस्टमार्टम कर रखे गए शव के खराब होने तथा संक्रमण की आशंका जताते हुए उच्च अधिकारियों से शीघ्र ही अंतिम संस्कार करने को कहा है। अधिकारी परिजनों को समझाने का प्रयत्न कर रहे हैं। एसडीएम तथा डीएसपी परिजनों से संपर्क साध रहे हैं। समाचार लिखे जाने तक अधिकारियों की टीम गांव में डटी हुई थी। उनकी ओर से सहमति बनाने के प्रयास किए जा रहे थे।