आपदा के समय बचाव तैयारियों को परखना है मॉक ड्रिल का उद्देश्य : डॉ. चिनार चहल
खानपुर घाटी के वीटा चिलिंग प्लांट में आयोजित की गई अमोनिया गैस रिसाव की मॉक ड्रिल
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह । बुधवार को खानपुर घाटी के वीटा चिलिंग प्लांट में डिजास्टर मैनेजमेंट हेतु मॉक एक्सरसाइज का आयोजन किया गया। चिलिंग प्लांट में अमोनिया गैस के रिसाव की स्थिति उत्पन्न की गई इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों को बचाया। इस दौरान एनडीआरएफ की टीम ने अमोनिया गैस रिसाव जैसी आपदा के दौरान प्रभावित लोगों को बचाने एवं राहत कार्यों का पूर्वाभ्यास किया।
सूचना मिलते ही उपमण्डलाधिकारी (ना.) डॉ. चिनार चहल के नेतृत्व में बचाव दल के सदस्यों ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान शुरू किया।
डॉ. चिनार चहल ने कहा कि इस मैगा मॉक ड्रिल का उद्देश्य किसी भी प्राकृतिक अथवा अन्य आपदा की स्थिति में कम से कम समय में मौके पर पहुंचकर बचाव कार्यों की तैयारियां परखना है। उन्होंने कहा कि प्रथम रिस्पोंडर से लेकर विभिन्न विभागों में आपसी समन्वय, आवश्यकता पड़ने पर एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की तैनाती, फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालना, घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य शिविर व अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने और बचाव दलों को आवश्यक उपकरण एवं मशीनरी की उपलब्धता सुनिश्चित करने का अभ्यास इस दौरान किया गया। राहत दलों द्वारा प्रभावितों के खान-पान की उचित व्यवस्था की भी परख की गई।
उन्होंने कहा कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मानकों एवं दिशा-निर्देशों के अनुरूप कार्यों को अंजाम दिया गया। उन्होंने बताया कि मॉक एक्सरसाइज के समय एनडीआरएफ टीम के अधिकारियों के अलावा उनके साथ जिला के सभी आपदा प्रबंधन के प्रशासनिक अधिकारी कार्यरत थे।