100 दिन का निक्षय शिविर, टीबी मुक्त नूह के लक्ष्य की ओर एक और कदम
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला नूंह में 100 दिन के निक्षय शिविर का शुभारंभ किया गया। इस शिविर का उद्देश्य टीबी (तपेदिक) के रोगियों की पहचान और उन्हें समय पर इलाज उपलब्ध कराना है। शिविर की शुरुआत जिला प्रमुख जान मोहम्मद साहब ने हरी झंडी दिखाकर की। इस अवसर पर डिप्टी आरटीएस डॉक्टर नीतीश अग्रवाल, जिला पब्लिक प्राइवेट मिक्स कॉर्डिनेटर मोहम्मद साकिर और डिस्ट्रिक्ट टीबी सेंटर की पूरी टीम मौजूद रही।
शिविर की प्रमुख गतिविधियां
मोबाइल मेडिकल यूनिट (MMU) वैन की सेवाएं
जिले में 3 MMU वैन गांव-गांव जाकर स्क्रीनिंग करेंगी।
वैन के माध्यम से संभावित टीबी मरीजों की घर-घर जाकर जांच की जाएगी।
एक्स-रे और बलगम की जांच तुरंत की जाएगी ताकि टीबी का शीघ्र पता लगाया जा सके।
मुफ्त इलाज और परामर्श भी इन मोबाइल वैन के जरिए दिया जाएगा।
जागरूकता अभियान
शिविर के दौरान टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज के बारे में जानकारी दी जाएगी।
लोगों को निक्षय पोषण योजना और मुफ्त इलाज की सेवाओं के बारे में बताया जाएगा।
समुदाय को जागरूक करने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
टीबी मुक्त नूह का लक्ष्य
इस अभियान का उद्देश्य टीबी के मरीजों की शीघ्र पहचान कर समय पर इलाज उपलब्ध कराना है।
यह अभियान प्रधानमंत्री के 2025 तक टीबी मुक्त भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
डॉ. परवीन राज तंवर ने कहा, “टीबी को जड़ से खत्म करने के लिए समुदाय की भागीदारी और जागरूकता बेहद जरूरी है। टीबी के लक्षणों की प्रारंभिक पहचान और समय पर इलाज रोग को पूरी तरह ठीक करने में सहायक होता है।” उन्होंने सभी जिलेवासियों से अपील की कि अगर किसी को दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार, वजन कम होना या रात में पसीना आने जैसी समस्याएं हो, तो वे तुरंत जांच कराएं और मुफ्त उपचार का लाभ उठाएं।