जिला में 8 से 10 दिसंबर तक दी जाएगी नौनिहालों को पोलियो की खुराक : डीसी
डीसी विश्राम कुमार मीणा ने कहा अपने बच्चों को अवश्य पिलवाएं पोलियो की खुराक
स्वास्थ्य विभाग की ओर से 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के 311732 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित
1090 बूथों पर घर घर जाकर 1262 टीमें पिलाएंगी पोलियो की खुराक
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि नूंह जिला में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आगामी 8-9 व 10 दिसंबर को एसएनआईडी पल्स पोलियो अभियान के तहत 0 से 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाएगी। पल्स पोलियो की खुराक बच्चों के लिए इसलिए आवश्यक है भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान व अफगानिस्तान में पोलियो के मामले बीते कई वर्षों से सामने आ रहे थे लेकिन अब ब्रिटेन में भी पोलियो का मामला सामने आया है। जबकि कई वर्षों से ब्रिटेन में पोलियो का एक भी मामला नहीं था। उन्होंने यह बात बुधवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हॉल में पल्स पोलियो कार्यक्रम के तहत गठित जिला टास्क फोर्स की बैठक को संबोधित करते हुए कही।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि नूंह जिला में तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ 08 दिसंबर रविवार को होगा। तीन दिवसीय अभियान 10 दिसंबर तक चलाया जाएगा। तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान के तहत जिले में जीरो से पांच वर्ष तक की आयु के तीन लाख 11 हजार 732 बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को एक हेल्पलाइन नंबर जारी करने के भी निर्देश दिए अगर कही पोलियो की दवा पिलाने वाली टीम नहीं पहुंची तो उस नंबर पर सूचना दी जाए।
उन्होंने बताया कि जीरो से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर देश के भविष्य को सुरक्षित रखा जा सकता है। इस अभियान में कोई भी बच्चा पोलियो रोधी खुराक पीने से वंचित न रहे। उन्होंने ईंट भट्टों व मलिन बस्तियों में छोटे बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने हेतु विशेष ध्यान देने तथा निर्माणाधीन स्थानों पर मौजूद श्रमिकों के बच्चों को भी पोलियो की दवा पिलाने के निर्देश दिए हुए हैं। सिविल सर्जन डा. सर्वजीत सिंह ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान के अंतर्गत 8 दिसंबर को विभाग की टीमों द्वारा निर्धारित पोलियो बूथों पर तथा 9 व 10 दिसंबर को घर-घर जाकर जीरो से 5 वर्ष तक की आयु के बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई जाएगी। लक्ष्य को पूरा करने के लिए 1090 बूथ, टीमें बनाई गई है। जिला में 106 ऐसे मौहल्ले गली व ढाणी है जो हाई रिस्क क्षेत्र में आते है। उन्होंने बताया कि लक्ष्य को पूरा कराने के लिए 483 सुपरवाइजर व 1262 टीमों का गठन किया गया है जिनमें 39 ट्रांजिस्टर टीम तथा 67 मोबाइल टीम का गठन किया गया है।
इस अवसर पर एसडीएम नूंह प्रदीप अहलावत, एसडीएम तावडू़ संजीव कुमार, एसडीएम फिरोजपुर झिरका डा.चिनार चहल, एसडीएम पुन्हाना संजय कुमार, महिला एवं बाल विकास अधिकारी मीरा, जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डा. यशबीर गहलावत सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।