बीजेपी सरकार संविधान की नींव कमजोर करने की कोशिश में: महताब अहमद
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | जिला कॉंग्रेस मुख्यालय नूंह पर कल संविधान दिवस पर संविधान पर कॉंग्रेस पार्टी ने एक संगोष्ठी का आयोजन किया जिसका आयोजन पीसीसी सदस्य चौधरी महताब अहमद ने किया। जिले के कई वकीलों ने संविधान पर चर्चा की और व्याख्यान दिया जिनमें एडवोकेट शौक़त, एडवोकेट इर्शाद आदि मुख्य रूप से शामिल रहे। दोनों वकीलों ने संविधान की प्रस्तावना को पढा।
एडवोकेट शौक़त, एडवोकेट इर्शाद ने कहा कि
26 नवंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया था, जो बाद में 26 जनवरी, 1950 को लागू हुआ। यह शासन की संरचना,शक्ति के वितरण और नागरिकों के मौलिक अधिकारों को रेखांकित करता है। आज के कार्यक्रम का मकसद संविधान के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना,नागरिकों के बीच संवैधानिक मूल्यों को बढ़ावा देना और उन्हें लोकतंत्र,न्याय,समानता और स्वतंत्रता के मूल्यों पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
कार्यक्रम में पीसीसी सदस्य महताब अहमद ने कहा कि बीजेपी सरकार संविधान की नींव कमजोर करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहाँ कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और एजेंसियों का दुरुपयोग हुआ है। पिछले दशक में भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने सामाजिक न्याय, समानता और लोकतंत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को कमजोर करने के व्यवस्थित प्रयास किया है।
कॉंग्रेस नेता महताब अहमद ने कहा कि उनकी
कॉंग्रेस पार्टी नूंह सहित हरियाणा के हितों की, देश के लोगों के हितों की, संविधान और अपने लोकतंत्र की रक्षा करना जारी रखेगी।
महताब अहमद ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी ने लोगों को संविधान के बारे में शिक्षित करने का काम किया है। लेकिन हर व्यक्ति की ये मूल जिम्मेदारी है कि वो संविधान की रक्षा करें ताकि मुल्क का लोकतंत्र मजबूत हो सके।
इस दौरान संविधान दिवस के अवसर पर सभी मौजूद लोगों ने बाबा साहेब अंबेडकर समेत उन सभी महान विभूतियों को खिराज ए अकीदत पेश की जिन्होंने भारतीय संविधान की रचना में अपना योगदान दिया।
वहीँ कॉंग्रेस विधायक चौधरी आफताब अहमद ने भी अपने सोशल मीडिया संदेश में कहा कि संविधान मुल्क की आत्मा का प्रतिबिंब है, डॉ. भीमराव अंबेडकर , अन्य सदस्यों जैसे रणबीर सिंह हुड्डा आदि ने ये सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की कि सभी को एक ऐसा संविधान मिले जो सभी को समानता, स्वतंत्रता, न्याय प्रदान करे। लेकिन आज संविधान को कमजोर करने की मंशा वाली सरकार सत्ता में है। हम सभी को संविधान कमजोर नहीं होने देना है क्योंकि ये आप सभी को एक बड़ी ताकत के रूप में प्राप्त है जिसे पाने में हर धर्म के लाखों लोगों ने अपनी शहादत दी हैं।