लाला लाजपत राय की पुण्यतिथि पर एनसीबी ने किया स्मरण
City24news/ब्यूरो
फरीदाबाद। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रमुख/ पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में हरियाणा राज्य में नशे के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर लोगों को नशे से दूर रहने के बारे जागरूक किया जा रहा है। इस कड़ी में आज हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी उप निरीक्षक डॉ अशोक कुमार वर्मा साइकिल लेकर फरीदाबाद सेक्टर 8 से निकले और बल्लबगढ़ में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। उन्होंने अनेक स्थानों पर लोगों की भीड़ में जाकर नशा मुक्त हरियाणा अभियान का प्रचार किया और बताया कि हरियाणा में नशे के लिए कोई स्थान नहीं है। उन्होंने अनेक युवाओं से नशे को लेकर चर्चा की और तर्कसंगत सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि हरियाणा में प्रतिबंधित नशा रखना, सेवन करना, क्रय विक्रय करना आदि पूर्ण रूप से प्रतिबंधित है और वे नशे हैं अफीम भांग चरस हेरोइन स्मैक चिट्टा कोकीन ब्राउन शुगर नशे की गोलियां नशे के टीके एलएसडी आदि आदि। उन्होंने ब्यूरो के हेल्पलाइन नंबर 9050891508 पर चर्चा करते हुए बताया कि समूर्ण हरियाणा के लिए यह रामबाण है जिस पर बिना भय के गुप्त सूचनाएं दी जा सकती हैं और नशा छोड़ने वाले सम्पर्क कर सकते हैं। डॉ अशोक कुमार वर्मा ने युवाओं को तम्बाकू उत्पाद से भी दूरी बनाने के लिए प्रेरित करते हुए बताया कि केवल और केवल तम्बाकू उत्पाद के सेवन से पुरे संसार में 80 लाख लोगों की मृत्यु होती है। भारत में ये आंकड़े लगभग 19 लाख प्रतिवर्ष हैं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 4 सेकंड में एक ऐसे बच्चे की मृत्यु हो रही है जो एक्टिव स्मोकर नहीं है। घर में कोई व्यक्ति धूम्रपान आदि करता है तो उसका प्रभाव उस पर होता है और मृत्यु का कारण बनता है। अंत में डॉ अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि आज महान स्वतंत्रता सेनानी और वीरगति को प्राप्त लाला लाजपत राय जी की पुण्यतिथि है। सबसे पहले हम उन्हें नमन करते हैं और उन द्वारा जिस स्वतंत्र भारत की कल्पना की गयी थी उस भारत के निर्माण में अपना दायित्व निर्वहन करने का वचन देते हैं। उन्होंने एक ऐसे भारत की कल्पना की थी जो नशा मुक्त हो और प्रत्येक व्यक्ति गौरव के साथ स्वस्थ जीवन व्यतीत करे। उन्होंने कहा था “हमारे देश के प्रति निस्वार्थ भक्ति ही हमारा धर्म होना चाहिए। हम में से प्रत्येक के जीवन का लक्ष्य राष्ट्र सेवा होनी चाहिए और देश सेवा की खातिर न धन की परवाह करनी चाहिए न जीवन की।”