सरकार के आदेश धराशाई-किसान बेधडक जला रहे पराली
कनीना खंड के गांव बूचावास में किसानों ने पराली,एसडीएम बोले होगी कार्रवाई
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | प्रदेश में इस समय बढते प्रदूषण को लेकर सरकार पराली जलाने पर अंकुश लगाने के लिए चिंतित है वहीं दूसरी ओर किसान देर-सवेर पराली को आग की भेंट चढाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। जिससे एक्यूआर निम्न स्तर की ओर बढता जा रहा है। ऐसा ही एक वाक्या कनीना-महेंद्रगढ स्टेट हाईवे नम्बर 24 को क्राॅस कर रहे एनएच 152डी के समीप कनीना खंड के गांव बूचावास के खेतों में देखने को मिला। जहां बृहस्पतिवार को सांय ढलते ही किसान कपास की पराली को आग की भेंट चढाते दिखाई दिए। धुएं के आगोश एवं आग की लपटों से पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो गया। एडवोकेट जितेंद्र शर्मा, मनोज शर्मा, सतीश भाटोटिया ने कहा कि उत्तर हरियाणा में सरकार पराली जलाने वाले किसानों के खिलाफ मुकद्में दर्ज कर रही हैं, किसानों को मंडी में फसल बेचने के लिए वंचित कर रही है जबकि दक्षिण हरियाणा में पराली जलाने वाले किसानों पर रहम बरत रही है। ईधर बढते वायु प्रदूषण से सांस लेना दुश्वार होता जा रहा है। जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर पानी का छिडकाव किया जा रहा है। इस बारे में एसडीएम अमित कुमार ने कहा कि पराली जलाए जाने की घटना को लेकर भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों को नजर रखने को कहा गया है। प्रतिबंध के बावजूद पराली जलाने वाले किसानों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तहसीलदार संजीव नागर ने कहा कि सरकार पराली जलाने को लेकर गंभीर है। किसान पराली जलाने से बचें ओर सरकार द्वारा जारी पराली प्रबंधन योजना को अपना कर प्रोत्साहन राशि प्राप्त करें। सरकार के आदेशों की अवहेलना करने वाले किसानों के विरूध कार्रवाई की जाएगी।