नशे पर प्रहार- हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो का जागरूक संचार
नशे को कहें न और जीवन को कहें हाँ
समाचार गेट/ब्यूरो
करनाल। हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कण्ट्रोल ब्यूरो प्रमुख/ पुलिस महानिदेशक श्री ओपी सिंह साहब के दिशानिर्देशों एवं पुलिस अधीक्षक श्रीमती पंखुरी कुमार के मार्गदर्शन में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे हैं। इस कड़ी में आज करनाल स्थित आईसीएआर-एनडीआरआई, करनाल में नशे के विरुद्ध जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलसचिव बिशंबर दयाल फंसल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी करनाल के सचिव विशेष रूप से उपस्थित रहे। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे हुए थे। भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी सचिव कुलबीर सिंह मलिक ने विद्यार्थियों को भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी के कार्यों बारे बताया और कहा कि यह संस्था जन कल्याण के लिए है। उन्होंने इंजेक्टिवे ड्रग यूज़र्स पर चर्चा करते हुए कहा कि किस प्रकार यह युवाओं में एक भयानक समस्या बन गयी है और अनेक रोगों से युवा पीड़ित हो रहे हैं। ब्यूरो के जागरूकता कार्यक्रम एवं पुनर्वास प्रभारी/ उप निरीक्षक डॉ. अशोक कुमार वर्मा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि नशे को हम दो भागों में बाँट सकते हैं। प्रतिबंधित और चेतावनियुक्त। यद्यपि दोनों प्रकार के नशे मनुष्य के लिए घातक हैं तो भी प्रतिबंधित नशा रखना सेवन करना क्रय विक्रय करना और ऐसे किसी कार्य में सहायता करना पूर्ण रूप से दंडनीय अपराध हैं। उन्होंने एनडीपीएस अधिनियम बारे विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि भारत में वर्ष 1985 से प्रतिबंधित नशों पर लगाम लगाईं गयी है। भारत में नशा ईरान, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, लाओस, बर्मा, नाईजेरिया, म्यांमार और चीन आदि देशों से आ रहा है और हमारे देश की सीमाएं पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं लेकिन फिर भी कुछ नशा पहुँच ही जाता है। भारत सरकार इस क्षेत्र में कड़े संज्ञान ले रही है। हरियाणा सरकार नशा मुक्त हरियाणा अभियान को बहुत ही गंभीरता से ले रही है। हरियाणा पुलिस और ब्यूरो द्वारा 2023 में 3823 अभियोग अंकित कर 5460 नशा तस्करों को सलाखों के पीछे भेजा है इस वर्ष 3 नवंबर 2024 तक 2831 अभियोग अभियोग अंकित कर 4178 नशा तस्करी में संलिप्त अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजा है। लेकिन यह सत्य है कि केवल पकड़ने मात्र से नशा मुक्त अभियान सफल नहीं हो सकता। इसके लिए जागरूकता भी आवश्यक है। डॉ. वर्मा ने कविता, गीत और लोकोक्तियों के माध्यम से भी विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने को जागरूक किया। कार्यक्रम के अंत में शपथ ग्रहण करवाई गयी। कार्यक्रम में आईसीएआर-एनडीआरआई, करनाल बी.टेक. और एम.टेक./एम.एससी. कार्यक्रम 2024-25 के छात्रों ने भाग लिया। डीम्ड यूनिवर्सिटी के कुलसचिव बिशंबर दयाल फंसल ने वक्ताओं का आभार व्यक्त किया और पौधे जड़ित गमले देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही सराहनीय सत्र रहा है और वे भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करवाते रहेंगे।
सपा के पीडीए के नारे की अपने हिसाब से व्याख्या करते हुए योगी पीडीए का अर्थ है ‘प्रोडक्शन हाउस ऑफ दंगाई एंड अपराधी’ बताते हैं। वह कहते हैं कि अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, खान मुबारक सपा के इसी प्रोडक्शन हाउस की उपज थे। इसी के साथ योगी बार-बार याद दिलाते हैं कि बंटेंगे तो कटेंगे और एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे, इसलिए एकजुट रहिए।भाजपा प्रत्याशी धर्मराज निषाद के समर्थन में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि कांग्रेस-सपा वाले महापुरुषों का सम्मान नहीं करते हैं। एक साल पहले भाजपा 31 अक्टूबर को जब राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में वल्लभ भाई पटेल की जयंती मना रही थी तो सपा और उसके मुखिया भारत विभाजन के जिम्मेदार जिन्ना की जयंती मना रहे थे। इन्हें जिन्ना प्यारा है, क्योंकि उसने भारत का विभाजन कराया था।
योगी बताते हैं कि एससी-एसटी पर सर्वाधिक अत्याचार सपा शासन के दौरान हुए। 2015-16 में इन लोगों ने एससी-एसटी के बच्चों की छात्रवृत्ति रोक दी थी, उसे भी हमने शुरू कराया। कांग्रेस व सपा का इंडी गठबंधन देश व समाज के लिए खतरनाक है, इसलिए हरियाणा में जनता ने उन्हें नहीं आने दिया और भाजपा की हैट्रिक लगाई। प्रयागराज के फूलपुर में भाजपा प्रत्याशी दीपक व मिर्जापुर के मझवां में शुचिस्मिता के समर्थन में आयोजित सभा में सपा को सीधे निशाने पर लिया। योगी की इसी मुखरता के कारण चुनाव प्रचार में भाजपा के स्टार प्रचारक व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मांग लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में लगातार तीन दिनों तक नौ रैलियां करने के बाद योगी झारखंड के एक दिवसीय दौरे पर रहेंगे। योगी झारखंड में चार रैलियां कर भाजपा के चुनाव प्रचार को धार देंगे। इससे पहले पांच नवंबर को भी उन्होंने झारखंड में कई रैलियां कर भाजपा के उम्मीदवारों का प्रचार किया था। मुख्यमंत्री की पहली जनसभा भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में होगी। भारतीय जनता पार्टी ने यहां से मनु प्रताप शाही को उम्मीदवार बनाया है। योगी इसके बाद पलामू जिले की हुसैनाबाद सीट से उम्मीदवार कमलेश कुमार सिंह के लिए वोट मांगेंगे। उनकी तीसरी व चौथी रैली भी पलामू में ही होगी। तीसरी रैली पांकी से शशिभूषण मेहता के लिए करेंगे। वहीं चैथी व आखिरी रैली डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र में होगी। यहां से भाजपा ने आलोक कुमार चौरसिया को उम्मीदवार बनाया है। योगी जहां भी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं वहां पर अपनी तेज-तर्रार शैली की छाप भी छोड़ रहे हैं। यही वजह है कि हर चुनाव में प्रचार के लिए पार्टी में उनकी मांग लगातार बढ़ रही है।
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