समुदाय विशेष के लोग क्षेत्र में चमका रहे व्यापार
झुगी-झोंपडी व किराए के मकान में रहकर स्थापित कर रहे साम्राज्य
व्यापार तथा कबाड बीनने के लिए लारी वाली बाईक पर घूम रहे दो-तीन व्यक्ति
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | दक्षिण हरियाणा के विभिन्न जिलों में आजकल प्रवासी एंव समुदाय विशेष के लोग आकर गोल गप्पे, कबाड बीनने, सब्जि की दुकान करने तथा लारी वाली बाईक पर फ्रूट-सब्जि बेचने को कारोबार कर रहे हैं। राजमिस्त्री तथा फसल कटाई एवं मजदूरी का कार्य करने में भी इनकी नफरी बढती जा रही है। इस बारे में एडवाकेट मनोज शर्मा, बीरेंद्र सिंह, सत्यवीर सिंह ने बताया कि कस्बा कनीना सहित विभिन्न गावों, महेदं्रगढ, नारनौल, अटेली,डहिना, रेवाडी, कोसली, झज्जर, दादरी व भिवानी जिलों सहित गावों में कमोबेश इनकी खासी संख्या है। जो अपने तरीके से व्यापार को चमका रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से ये बडा सवाल है। संभवतया ये ’रोहिंग्या मुस्लमान’ पिछले समय से क्षे़त्र में शरण लिए हुए हैं। देखा जाए तो मुख्य मार्ग, कस्बों तथा रेहडी-फडी वाली जगह चिकन कार्नर, नर्सरी गमले वाले, गन्ने के रस वाले,पोपकार्न, दही-भल्ले, गोल गप्पे, चाउमीन,बर्गर सहित सब्जि की रेहडी-फडी वाले खडे रहते हैं जिनमें अधिकांश लोग प्रवासी हैं। इनमें से कुछ ने तो अपने कागजात यहां के तैयार करवा लिए हैं तथा कुछ प्रयासरत हैं। गांव तथा कस्बे की गलियों में आवाज लगाकर कबाड बीनने वाले, कपडे बेचने वाले, खाली बोतलें चुगने वाले, गैस चूल्हा ठक करने वाले, प्लास्टिक का सामान बेचने वाले ये लोग खुलेआम क्षेत्र में घूम रहे हैं। माना जा रहा है कि क्षेत्र की आबादी समुदाय विशेष के कब्जे में आ गई है। ये प्रवासी लोग आसाम, बंगाल,यूपी, बिहार,एमपी का बताते है। बहुत सी महिलाएं, लड़के आपको सामान बेचते, भीख मांगते मिल जाएंगे। जिसे लेकर इस क्षेत्र की भौगौलिक तथा आर्थिक रूप से की जा रही साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता। इनकी संख्या में यह परिवर्तन अचानक भी नहीं हुआ है। उन्होंने बाहर से आकर क्षेत्र में रह रहे लोगों की वेरिफिकेशन करने की मांग की है।