वेदों पर आधारित है विज्ञान :- अग्निहोत्री
बच्चों को सुसंस्कारवान बनाए: हरिशंकर, कुप्रथाओं का सदैव विरोध करें :आचार्य
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | बच्चों को सुसंस्कारवान बनाए ताकि एक स्वस्थ राष्ट्र के साथ-साथ एक स्वस्थ समाज का भी नव निर्माण हो सके। ये उद्बोधन वैदिक प्रवक्ता आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ने आर्य समाज नगीना में आयोजित चार दिवसीय वेद कथा में प्रवचन करते हुए कही। उन्होंने कहा कि लव रिलेशनशिप सनातन परंपरा के विरुद्ध है , ये परंपरा पूर्णरूप से अनैतिक है। ऐसी कुप्रथाओ व परंपराओं का विरोध करना चाहिए। जो समाज को क्षति पहुंचती हो। इसलिए अच्छे गृहस्थ जीवन निर्माण व गृहस्थ जीवन अच्छी प्रकार से चले। इसलिए आप सबको संस्कार विधि को पढ़कर इसका अध्ययन करना चाहिए। ताकि परिवार व गृहस्थ जीवन सुसंस्कारों से सुसज्जित हो। जीवन में सदैव शाकाहारी रहे, सदैव शाकाहारी भोजन करें। वेदों पर विज्ञान आधारित है। इसलिए नियमित रूप से वेदों का आप स्वयं व अपने बच्चों को वेदों का अध्ययन अवश्य कराये। अग्निहोत्री ने कहा कि प्रत्येक कार्य करने के लिए योग्यता की आवश्यकता होती है इसलिए आप स्वयं तो योग्य बने व बच्चों को भी योग्य बनाएं। राष्ट्रहित के हित के साथ प्रत्येक परिस्थितियों के लिए अपने आप को तैयार करें ।ताकि राष्ट्र का सर्वाग्रीण विकास सम्भव हो सके।
भजनोपदेशक संदीप आर्य ने कहा कि जननी जन्म भूमि का सदैव सम्मान करें , इससे बढ़कर कुछ भी नहीं है। स्वर्ग का सिंहासन भी इसके आगे शून्य हैं। आप कन्याओं को शिक्षित करने के साथ-साथ उन्हें आत्मरक्षा के गुर भी अवश्य सिखाएं, ताकि वो आवश्यकता पड़ने पर अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके। संदीप ने पारंपरिक वाद्य यंत्रों की सहायता से संगीतमय भजन जग के हित मे अपना सारा जीवन दे डाला ऋषिवर व कांटो से बच गये तो फूलों ने मार डाला भजन गाकर जनसमूह को झकोरकर रख दिया। भजनामृत रस से सभी श्रद्धालुओं को ओत प्रोत कर दिया। मनोहर कानूनगों के घर पर अग्निहोत्री के सानिध्य में सामूहिक हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें देश व विश्व कल्याण की भावना के साथ आहुतियां दी गई।
इस अवसर पर आर्यजगत के पुरोधा व बुजुर्ग पदमचंद आर्य, आर्य समाज नगीना के अध्यक्ष महेंद्र गोयल शिक्षाविद्, सर्वजातीय सेवा समिती के उपाध्यक्ष रजत जैन, संयोजक शिवकुमार आर्य,आचार्य तरुण, राकेश आर्य, विकास गुप्ता,मानक चंद सैनी, अनिल जैन, मनोहर लाल,लल्लू प्रजापत,भूदेव शर्मा, राजेंद्र पम्मी सिंगला,रणवीर सिंह वर्मा,नंदलाल प्रजापत, विनीत गुप्ता,गिर्राज गजमोती, लाजपत शर्मा, सुभाष सिंगला शिक्षाविद्, लखपत आर्य फिरोजपुर झिरका आदि उपस्थित है।