समर्थन मूल्य से कम पर धान की खरीदकर किसानों का शोषण कर रही है भाजपा सरकार : नासिर हुसैन बदरूद्दीन
City24news/अनिल मोहनिया
नूंह | कहा-किसानों से किया गया अपना वायदा क्यों नहीं पूरा कर रहे मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नासिर हुसैन, हरियाणा में किसानों को आने लेगी दुष्यंत की याद नासिर हुसैन | जननायक जनता पार्टी जिला अध्यक्ष नासिर हुसैन बदरूद्दीन अड़बर ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने किसानों से धान 3100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदने का वायदा किया था पर आज उस वायदे पर अमल करना तो दूर धान समर्थन मूल्य से कम पर खरीदकर भाजपा सरकार किसानों का आर्थिक शोषण कर रही है। किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए जरूरी है कि उसकी फसलों को उचित भाव दिया जाए और खाद, बीज, सिंचाई पानी समय पर उपलब्ध करवाया जाए।
नासिर हुसैन ने कहा है कि हरियाणा देश का प्रमुख धान उत्पादक राज्य है। हरियाणा की अर्थव्यवस्था में धान का बड़ा महत्व है। खरीफ सीजन में हरियाणा में होने वाली कुल बुवाई का लगभग आधा (49 फीसदी) हिस्सा धान का होता है। बाकी आधे में कपास, बाजरा, ग्वार जैसी खरीफ की अन्य फसलें हैं। धान में भी लगभग 56 फीसदी यानी आधे से अधिक क्षेत्र हरियाणा में बासमती धान की किस्मों का होता है। गैर-बासमती किस्मों की खरीद सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर हो जाती है जबकि बासमती धान को अधिकतर निर्यात या घरेलू मांग के लिए प्राइवेट व्यापारी खरीदते हैं। उन्होंने कहा कि एक सभा में प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वायदा किया था कि आठ अक्टूबर से धान 3100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से खरीदा जाएगा, फसल का एक एक दाना खरीदा जाएगा। पर आठ अक्टूबर से लेकर आज तक धान 3100 रुपये प्रति क्विंटल के भाव से नहीं खरीदा जा रहा है। मंडियों में 2100 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल ही भाव मिल रहा है और उसमें भी मनमानी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से सामान्य धान का मूल्य 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड ए धान का भाव 2320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया गया था। कम मूल्य पर धान बेचने से किसान को आर्थिक नुकसान हो रहा है। एक एकड़ धान की खेती में कम से कम 21000-22000 तक का खर्च आता है, धान बेचने से औसतन 25000 रुपये मिलते है यानि छह में किसान को 3000 रुपये की बचत होती है।