राजनीतिक जलसे में जेब तराशी होने की चंहुओर चर्चा
जेबकतरों के पीछे पुलिस की सुस्ती से निकाले जा रहे राजनीतिक संरक्षण प्राप्ती के मायने
City24news/सुनील दीक्षित
कनीना | राजनेताओं के जलसे में जेब काटे जाने की घटना को लेकर कानून एवं व्यवस्था के पिटते दिवाले पर अब चंहुओर चर्चा होने लगी है। आमजन में चर्चा इस बात कि है कि मंत्री के जसले में ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले व्यक्तियों के पीछे कहीं पुलिस की सुस्ती के पीछे राजनेताओं का संरक्षण प्राप्त तो नही है्। अकेले आरती राव का जलसा ही नहीं बल्कि क्षेत्र में आयोजित हुई इससे पूर्व की रैलियों में भी कमोबेश ऐसी घटनाएं सामने आती रही हैं। इसका सीधा-सीधा अर्थ अपराधियों में सरकार, कानून-व्यवस्था व पुलिस प्रशासन का खोफ नहीं रहा है। जिससे लगातार बढती घटनाओं ने आमआदमी को सौचने पर विवश कर दिया है। बता दें कि मंत्री बनने के बाद केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह की पुत्री आरती सिंह राव कैबिनेट मंत्री बनने के बाद 19 अक्टूबर को कनीना के एक समारोह स्थल एवं अटेली की आनाज मंडी में कार्यकर्ताओं एवं मतदाताओं का आभार जताने आई थी। भीडभाड होने के चलते भीड में छुपे जेब तराशों ने कनीना में 12 तो अटेली में 3 सहित करीब 15 व्यक्तियों की जेब काट ली। जिनमें चोर हजारों रूपये की नकदी सहित जरूरी कागजात भी ले उडे। 5-6 लोगों ने पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है। पीडीत व्यक्तियों हेमंतकृष्ण सिहमा, दलीप सिंह, राजेंद्र यादव, महेंद्र सिंह, मनोज कुमार कनीना, सुनील कुमार ने बताया कि अपराधियों ने दर्जनभर से अधिक व्यक्तियों को निशाना बनाया है। कनीना शहर थाना इंचार्ज रतन सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर जेब कतरों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। रानीतिक जलसे में जेब तराशने वाले लोगों की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।