बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में  शिक्षा ली किंतु बन गई कवयित्री

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City24news/सुमित गोयल
फरीदाबाद | शहर की जानी-मानी प्रख्यात कवयित्री तानिया अग्रवाल को साहित्यिक जगत से जुड़ी शहर की अनेक संस्थाओं ने हाल ही में प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया है। हाल ही में उन्हें साहित्य संगिनी संस्था की ओर से सम्मानित किया गया। तानिया की ऑनलाइन कवि सम्मेलनों में लगातार भागीदारी चलती रही है।

तानिया अग्रवाल की एक कवि के रूप में यात्रा उनकी विविध रुचियों और जीवन के अनुभवों के साथ गहराई से जुड़ी हुई है।  हालांकि उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में  शिक्षा प्राप्त की है और एम.बी.ए. करने के बावजूद भी,तानिया का सच्चा जुनून कॉर्पोरेट जगत से परे ज्योतिष, रेकी और क्रिस्टल के रहस्यमय गुणों को जानने में लगा रहा। तानिया अग्रवाल ने बताया कि  उनकी आत्मा साहित्य के अध्ययन और सृजन में अपनी सच्ची अभिव्यक्ति पाती है।

 तानिया अग्रवाल की माता हेमलता गर्ग ने बताया कि तानिया का काम गहन संवेदनशीलता और स्थायी धैर्य से चिह्नित है, इन गुणों ने उसे साहित्यिक हलकों में पहचान दिलाई है। विभिन्न ऑनलाइन साहित्यिक प्रतियोगिताओं में भाग लेने के साथ साथ तानिया ने कई साझा संकलनों में भी भाग लिया है। 

तानिया अग्रवाल ने अपनी आध्यात्मिक और कलात्मकता के प्रति गहरी श्रद्धा के साथ अपनी काव्यात्मक दृष्टि को बुनना जारी रखा है।

 उनकी प्रसिद्ध काव्य रचना “ये वीरान राहें” उनकी पहली साहित्यिक काव्य रचना है।उनका यह पहला काव्य संग्रह उनके व्यक्तित्व और मासूमियत को भली भांति झलकाता है।

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