खांबी मंडी में धान की खरीद ना होने से गुस्साए किसानों ने किया यातायात जाम, वाहनों की लगी कतार
City24news/हरिओम भारद्वाज
होडल | गांव खांबी की अनाज मंडी में पिछले दो सप्ताह से किसानों की धान की फसल की सरकारी खरीद ना होने से गुस्साए किसानों ने बुधवार सुबह अपने टैक्टरों को हसनपुर- पलवल मार्ग पर आड़ा-तिरछा खड़ा कर यातायात जाम कर दिया। किसानों द्वारा जाम लगाते ही मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम की सूचना मिलते ही हसनपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस के बार-बार समझाने के बाद भी जब किसानों ने जाम नहीं खोला तो हसनपुर मार्केट कमेटी के अधिकारियों को मौके पर बुलाना पड़ा। सूचना मिलते ही हसनपुर मार्केट कमेटी के सेकेट्री मौके पर पहुंचे और उन्होंने किसानों को समझा- बुझाकर कर यातायात जाम को खुलवाया। मार्केट कमेटी सेकेट्री ने सरकारी खरीद करने वाली दोनों कंपनियों के अधिकारियों को भी मौके पर बुला लिया। हसनपुर-पलवल मार्ग पर लगभग एक घंटे रहे यातायात जाम में फंसे वाहन चालकों व ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गांव खांबी की अनाज मंडी में किसान पिछले दो सप्ताह से अपने घरों को छोड़कर अपनी धान की फसल की ढेरियों पर बैठे हुए है। मंडी में पिछले दो सप्ताह में उनकी धान की फसल की एक दाने की भी सरकारी खरीद नहीं हुई है जिसके कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जब किसानों को हो रही समस्या की ओर किसी का ध्यान नहीं गया तो किसानों में गुस्सा पनप गया और गुस्साए किसानों ने बुधवार को हसनपुर-पलवल मार्ग पर अपने ट्रैक्टरों को आड़ा- तिरछा खड़ा कर यातायात जाम कर दिया। किसानों के मार्ग जाम करते ही मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जाम की सूचना मिलते ही हसनपुर थाना प्रभारी संजीव कुमार पुलिस बल लेकर मौके पर पहुंच गए। थाना प्रभारी ने किसानों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसानों ने उनकी एक नहीं सुनी। थाना प्रभारी ने हसनपुर मार्केट कमेटी के सचिव नरवीर को सूचना दी। सूचना मिलते ही नरवीर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। किसानों ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी मिल मालिकों से मिलकर हमारी फसल को सरकारी रेट 2320 में खरीदने के बजाए 1800 रुपए में खरीदने की फिराक में है। उन्होंने कहा कि पिछले दो सप्ताह से सरकारी खरीद न होने के कारण वह भूखे प्यासे अपने घरों को छोड़कर मंडी में पड़े है। इसके अलावा हमारी फसल में नमी बताकर कम दामों में हमारी फसल को खरीद रहे है। इसके अलावा मिल मालिक जब मंडी से प्राइवेट खरीद कर रहे है तो पोर्टल के नाम पर 300 रूपए पर क्विंटल काटकर मिल मालिकों को फायदा पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मार्केट कमेटी के सेकेट्री नरवीर ने किसानों में भरते गुस्से को देख खरीद एजेंसी के अधिकारियों को भी मौके पर बुला लिया। मंडी सेकेट्री ने किसानों को आश्वासन देते हुए कहा कि उनके एक-एक दाने की खरीद की जाएगी और आज से ही सरकारी एजेंसियां खरीद करेंगी। सेकेट्री के आश्वासन के बाद ही किसानों ने जाम खोला और यातायात सुचारू रूप से शुरू हो सका।